विषयसूची:
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1.भारत-स्पेन संयुक्त आयोग का 12वां सत्र
सामान्य अध्ययन-2
अन्तर्राष्ट्रीय संबंध:
विषय: भारत के हितों पर विकसित एवं विकासशील देशों की नीतियों एवं राजनीति का प्रभाव
प्रारंभिक परीक्षा: भारत-स्पेन संबंध के बारे में
संदर्भ:
- नई दिल्ली में भारत-स्पेन संयुक्त आर्थिक सहयोग आयोग का 12वां सत्र आयोजित किया गया।
विवरण:
- दोनों पक्षों ने भारत-स्पेन संयुक्त आयोग व्यवस्था के इस स्वर्ण जयंती वर्ष का उत्सव मनाया, जिसे 1972 में स्थापित किया गया था।
- पिछले 50 वर्षों के दौरान, द्विपक्षीय व्यापार और निवेश में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
- 3.7 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ, स्पेन की 250 कंपनियां भारत में काम कर रहीं हैं, जबकि 40 भारतीय कंपनियां स्पेन के आईटी, फार्मा, नवीकरणीय ऊर्जा, ऑटोमोबाइल, अवसंरचना जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
- स्पेनी पक्ष ने नागरिक उड्डयन के क्षेत्र जैसे स्वचालन, निगरानी और नेवाएड्स, हाई स्पीड रेलवे, रेलवे नेटवर्किंग, सिग्नल व्यवस्था, यातायात प्रबंधन आदि में और सहयोग की पुष्टि की है।
- दोनों पक्ष नवीकरणीय ऊर्जा, नौवहन, पत्तन, पर्यटन, अवसंरचना, खाद्य प्रसंस्करण, दवा व चिकित्सा उपकरण, प्रौद्योगिकी, नवाचार और रक्षा आदि क्षेत्रों में और सहयोग के लिए भी सहमत हुए हैं।
- विभिन्न समझौता ज्ञापनों की स्थिति की भी समीक्षा की गई, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के लिए महत्वपूर्ण, प्रवासन और गतिशीलता पर समझौता ज्ञापन, सामाजिक सुरक्षा पर समझौता, साइबर सुरक्षा आदि शामिल हैं।
- दोनों पक्षों ने अपने निर्यातकों द्वारा सामना किए जा रहे विभिन्न बाजार पहुंच मुद्दों पर भी चर्चा की और द्विपक्षीय चर्चाओं के माध्यम से इसे हल करने पर सहमति व्यक्त की है।
- भारत और स्पेन जुलाई से दिसंबर, 2023 तक यूरोपीय संघ की आगामी स्पेनी अध्यक्षता के दौरान वर्तमान में जारी भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौता वार्ता में काफी प्रगति की उम्मीद कर रहे हैं।
2.प्रधानमंत्री ने असम में 10,900 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया
सामान्य अध्ययन-3
अवसंरचना विकास:
विषय: बुनियादी ढांचा- ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, रेलवे आदि
प्रारंभिक परीक्षा: उत्तर-पूर्वी राज्यों के विकास के लिए हस्तक्षेप
संदर्भ:
- प्रधानमंत्री ने असम के गुवाहाटी के सरुसजई स्टेडियम में 10,900 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
विवरण:
- परियोजनाओं में ब्रह्मपुत्र नदी पर पलाशबाड़ी और सुआलकुची को जोड़ने वाले पुल का शिलान्यास करना, शिवसागर में रंग घर के सौंदर्यीकरण के लिए एक परियोजना, नामरूप में 500 टीपीडी मेन्थॉल संयंत्र का उद्घाटन और पांच रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करना शामिल है।
- प्रधानमंत्री ने ब्रह्मपुत्र नदी पर पलासबाड़ी और सुआलकुची को जोड़ने वाले सेतु की आधारशिला रखी। यह पुल इस क्षेत्र में बहुप्रतीक्षित और अति आवश्यक सड़क संपर्क सुविधाएं प्रदान करेगा।
- उन्होंने डिब्रूगढ़ के नामरूप में 500 टीपीडी मेथनॉल संयंत्र का शुभारंभ किया।
- प्रधानमंत्री द्वारा प्रदेश के विभिन्न रेल खंडों के दोहरीकरण और विद्युतीकरण सहित पांच रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया गया।
- जिन रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है उनमें दिगारू – लुमडिंग खंड; गौरीपुर – अभयपुरी खंड; न्यू बोंगाईगांव – धूप धारा खंड का दोहरीकरण; रानीनगर जलपाईगुड़ी – गुवाहाटी खंड का विद्युतीकरण; सेंचोआ – सिलघाट टाउन और सेंचोआ – मैराबाड़ी खंड का विद्युतीकरण शामिल हैं।
- प्रधानमंत्री ने शिवसागर में रंग घर के सौंदर्यीकरण के लिए भी एक परियोजना की आधारशिला रखी, जो पूरा होने के बाद इस स्थान पर पर्यटकों को कई महत्वपूर्ण सुविधाओं का एहसास कराएगी।
- रंग घर के सौंदर्यीकरण कार्यक्रम के तहत एक विशाल जल निकाय के चारों ओर फाउंटेन शो का निर्माण और अहोम राजवंश के इतिहास को प्रदर्शित करने वाली सुविधाएं, एडवेंचरस नाव की सवारी के लिए जेटी के साथ एक बोट हाउस , स्थानीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देने हेतु एक शिल्प ग्राम, भोजन प्रेमियों के लिए विविध जातीय व्यंजन आदि का इंतजाम किया जा रहा है।
- शिवसागर में स्थित रंग घर अहोम संस्कृतियों एवं परंपराओं को चित्रित करने वाली सबसे प्रतिष्ठित संरचनाओं में से एक है। इसका निर्माण 18वीं शताब्दी में अहोम राजा स्वर्गदेव प्रमत्त सिंहा द्वारा किया गया था।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
1.पशु महामारी तैयारी पहल और “एक स्वास्थ्य के लिए पशु स्वास्थ्य प्रणाली सहायता” का शुभारंभ किया गया:
- मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री ने पशु महामारी तैयारी पहल और विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित “एक स्वास्थ्य के लिए पशु स्वास्थ्य प्रणाली सहायता” का शुभारंभ किया, जिससे भारत की तैयारियों और एक स्वास्थ्य दृष्टिकोण के अनुरुप संभावित पशु महामारी की प्रतिक्रिया को बढ़ावा दिया जा सके।
- इस पहल का उद्देश्य पशु महामारियों के लिए भारत की तैयारी और प्रतिक्रिया को बढ़ावा देना है, जिसमें पशुजन्य बीमारियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है जो कि पशु और मानव स्वास्थ्य दोनों के लिए खतरा उत्पन्न करते हैं।
- यह पहल पशु चिकित्सा सेवाओं और अवसंरचना, रोग निगरानी क्षमताओं, प्रारंभिक पहचान और प्रतिक्रिया में सुधार, पशु स्वास्थ्य पेशेवरों में क्षमता निर्माण और सामुदायिक आउटरीच के माध्यम से किसानों के बीच जागरूकता उत्पन्न करने में सहायता प्रदान करेगी।
- इस आयोजन में विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित “एक स्वास्थ्य के लिए पशु स्वास्थ्य प्रणाली सहायता” का भी शुभारंभ किया गया, जिसका उद्देश्य भारत के पांच राज्यों को कवर करने वाले एक स्वास्थ्य दृष्टिकोण का उपयोग करके बेहतर पशु स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है।
2.बोहाग बिहू पर्व:
- प्रधानमंत्री ने बोहाग बिहू के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। इस बार बोहाग बिहू के मौके पर इस पर्व को वह असम में राज्य के लोगों के साथ मनाएंगे।
- बिहू (रोंगाली बिहू या बोहाग बिहू- असमिया नया साल) असम का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है।
- बोहाग बिहू, जिसे रोंगाली बिहू भी कहा जाता है, मस्ती का त्योहार है और असमिया नव वर्ष और वसंत की शुरुआत में होता है।
- बोहाग बिहू के पहले दिन को गोरू बिहू कहा जाता है। बैलों और गायों को हल्दी से नहलाया जाता है, लौकी और बैंगन खिलाया जाता है और नई रस्सियों से बाँधा जाता है।
- करीबी रिश्तेदारों और दोस्तों को मानद सम्मान के रूप में ‘गमुचा’ नामक हाथ से बुने हुए स्कार्फ भी भेंट किए जाते हैं।
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