विषयसूची:
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1. आईएनएस सिंधुध्वज सेवामुक्त:
सामान्य अध्ययन: प्रारंभिक परीक्षा
समसामायकी:
विषय: मिश्रित
प्रारंभिक परीक्षा: आईएनएस सिंधुध्वज
प्रसंग:
- आईएनएस सिंधुध्वज ने 35 साल की अवधि तक शानदार सेवाएं देने के बाद 16 जुलाई 2022 को भारतीय नौसेना को अलविदा कह दिया।
विवरण:
- इस पनडुब्बी के शिखर पर एक भूरे रंग की शार्क का चित्र है।
- इसके नाम का अर्थ है समुद्र में हमारी ध्वजवाहक।
- इस पनडुब्बी को श्रेय जाता है कि कई चीजें इसने पहली बार कीं-जैसे, हमारे स्वदेशी सोनार यूएसएचयूएस, स्वदेशी उपग्रह संचार प्रणाली रुकमणी और एमएमएस, जड़त्वीय नेविगेशन प्रणाली और स्वदेशी टॉरपीडो फायर कंट्रोल सिस्टम का परिचालन इस पर ही हुआ।
- सिंधुध्वज ने डीप सबमर्जेंस रेस्क्यू वेसल के साथ मेटिंग और कार्मिक स्थानांतरण का काम भी सफलतापूर्वक किया, और यह इकलौती पनडुब्बी है जिसे प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इनोवेशन के लिए सीएनएस रोलिंग ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।
- इस पारंपरिक समारोह को सूर्यास्त के समय आयोजित किया गया।
2. ‘स्प्रिंट चैलेंज’:
सामान्य अध्ययन: 3
आंतरिक सुरक्षा,विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी:
विषय: नौसेना में स्वदेशी प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा।
प्रारंभिक परीक्षा: ‘स्प्रिंट चैलेंज’
प्रसंग:
- प्रधानमंत्री 18 जुलाई, 2022 को नई दिल्ली में एनआईआईओ (नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन) सेमिनार ‘स्वावलंबन’ को संबोधित करेंगे।
उद्देश्य:
- आत्मनिर्भर भारत का एक प्रमुख घटक रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना है।
- इस प्रयास को आगे बढ़ाने के क्रम में प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान ‘स्प्रिंट चैलेंज’ का अनावरण करेंगे, जिसका उद्देश्य भारतीय नौसेना में स्वदेशी प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देना है।
विवरण:
- ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक भाग के रूप में, एनआईआईओ ने रक्षा नवाचार संगठन (डीआईओ) के साथ मिलकर भारतीय नौसेना में कम से कम 75 नई स्वदेशी प्रौद्योगिकियों/उत्पादों को शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
- इस सहयोगी परियोजना का नाम स्प्रिंट (आईडेक्स, एनआईआईओ और टीडीएसी के माध्यम से आर एंड डी में उत्कृष्टता को बढ़ावा देना) है।
- सेमिनार का उद्देश्य रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए भारतीय उद्योग और शिक्षाजगत को इस कार्यक्रम से जोड़ना है।
- दो दिवसीय सेमिनार (18-19 जुलाई) उद्योगजगत, शिक्षाजगत, सेना और सरकार के प्रतिनिधियों को रक्षा क्षेत्र पर विचार-विमर्श करने और सिफारिशों देने के लिए एक साझा प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगा।
- सेमिनार में नवाचार, स्वदेशीकरण, आयुध और विमानन,सरकार के सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) दृष्टिकोण के अनुरूप हिंद महासागर क्षेत्र में आउटरीच जैसे विषयों पर पर चर्चा की जाएगी।
3. भारत ने ‘200 करोड़’ कोविड-19 टीकाकरण की ऐतिहासिक उपलब्धि अर्जित की:
सामान्य अध्ययन: 2
शासन:
विषय: शासन के महत्वपूर्ण पहलू, पारदर्शिता एवं जवाबदेही, प्रतिरूप, सफलताएं और सीमाएं एवं उनका देश पर प्रभाव।
मुख्य परीक्षा:हाल ही में भारत ने ‘200 करोड़’ कोविड-19 टीकाकरण की ऐतिहासिक उपलब्धि अर्जित की हैं। वैश्विक सन्दर्भ में इसके महत्व पर चर्चा कीजिए।
प्रसंग:
- एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, भारत के कुल कोविड-19 टीकाकरण अभियान ने 200 करोड़ के मील के पत्थर को पार कर लिया।
उद्देश्य:
- प्रधानमंत्री ने देशवासियों को यह महत्वपूर्ण उपलब्धि केवल 18 महीनों में हासिल करने पर बधाई दी। उन्होंने भारत के टीकाकरण अभियान को ‘‘परिमाण और गति में अद्वितीय’’ बताया।
विवरण:
- एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, भारत के कुल कोविड-19 टीकाकरण अभियान ने आज 200 करोड़ के मील के पत्थर को पार कर लिया।
- 17 जुलाई तक की अनंतिम रिपोर्टों के अनुसार, देश भर में टीकों की कुल 2,00,00,15,631 खुराकें दी जा चुकी हैं। यह 2,63,26,111 सत्रों के माध्यम से अर्जित किया गया है।
- भारत का राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम16 जनवरी, 2021 को आरंभ किया गया था।
- भारत ने ‘‘मेक-इन-इंडिया’’ और ‘‘मेक-फॉर वर्ल्ड’’ रणनीति के तहत कोविड-19 टीकों के अनुसंधान, विकास और निर्माण में सहायता की, भौगोलिक कवरेज का मूल्यांकन करने के लिए को-विन जैसी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया, टीकों के लिए एईएफआई को ट्रैक किया, समावेशिता को बढ़ावा दिया।
- इस राष्ट्रव्यापी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए क्षमता निर्माण सुनिश्चित करने में कई प्रणालीगत युक्तियों का भी उपयोग किया गया।
- कोविड-19 टीकों के भंडारण और परिवहन के लिए विद्यमान आपूर्ति श्रृंखला का लाभ उठाया, उसे सुदृढ़ किया गया तथा टीका वितरण की प्रभावी निगरानी की गई एवं हर समय टीकों और सीरिंज की उपलब्धता को सुनिश्चित किया।
- भारत का स्वतंत्र और स्वैच्छिक राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण प्रक्रिया हर घर दस्तक, कार्यस्थल सीवीसी, स्कूल आधारित टीकाकरण, बिना दस्तावेजों वाले व्यक्तियों के टीकाकरण, घर के पास सीवीसी और मोबाइल टीकाकरण जैसी पहले के माध्यम से नागरिक अनुकूल दृष्टिकोण के साथ संचालित की जा रही है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित 71 प्रतिशत सीवीसी और महिलाओं को दी जाने वाली वैक्सीन की 51 प्रतिशत से अधिक खुराक के साथ, भारत के राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम ने भौगोलिक और जेंडर समानता भी सुनिश्चित की।
- देश भर में कोविड मामलों में कमी के बावजूद, सभी पात्र नागरिकों को टीका लगाए जाने के प्रयास लगातार जारी थे।
- इसका प्रमाण इस तथ्य से मिलता है कि 16 जनवरी 2021 को टीकाकरण अभियान आरंभ होने के बाद से 100 करोड़ के अंक तक पहुंचने में लगभग 9 महीने लग गए और 200 करोड़ टीकाकरण तक पहुंचने में 9 महीने और लगे ।
- 17 सितम्बर, 2021 को टीकाकरण रिकॉर्ड बना। इस दिन हा 2.5 करोड़ टीके लगाए गए।
- केन्द्र सरकार ने 15 जुलाई, 2022 को, सरकारी कोविड टीकाकरण केन्द्रों (सीवीसी) में सभी पात्र वयस्क आबादी को नि:शुल्क एहतियाती खुराक प्रदान करने के लिए 75 दिवसीय ‘कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव’ आरंभ किया।
- आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में, यह विशेष अभियान, कोविड टीकों की एहतियाती खुराक बढ़ाने के लिए एक ‘मिशन मोड’ में लागू किया जा रहा है।
- भारत ने कोविड टीकाकरण की सही जानकारी और अनुकूलित दिशा-निर्देश प्रदान करने के लिए एक सुव्यवस्थित संचार रणनीति भी तैयार की थी ।
3. संसद का मानसून सत्र, 2022:
सामान्य अध्ययन: 2
शासन:
विषय: संसद की कार्यप्रणाली एवं संसद सत्र।
प्रारंभिक परीक्षा: संसद सत्र-बजट सत्र,मानसून सत्र,शीतकालीन सत्र ।
प्रसंग:
- संसद का मानसून सत्र, 2022 के शुरू होने से एक दिन पहले सरकार की सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक हुई।
उद्देश्य:
- संसद का मानसून सत्र, 2022; 18 जुलाई, 2022 से शुरू होगा और 12 अगस्त, 2022 को समाप्त हो सकता है।
विवरण:
- सत्र के दौरान 26 दिनों की अवधि में कुल 18 बैठकें आयोजित की जाएंगी।
- इस सत्र के लिए 32 विधायी कार्यों की पहचान की गई है, जिनमें से 14 को पहले ही अंतिम रूप दे दिया गया है।
मानसून सत्र, 2022 के दौरान पेश किये जाने वाले संभावित विधेयकों की सूची:
I – विधायी कार्य
- भारतीय अंटार्कटिक विधेयक, 2021
- वन्य जीवन (संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2021
- समुद्री डकैती रोधी विधेयक, 2019
- माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण तथा कल्याण (संशोधन) विधेयक, 2019
- राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक, 2021
- सामूहिक विनाश के हथियार और उनकी वितरण प्रणाली (गैरकानूनी गतिविधियों का निषेध) संशोधन विधेयक, 2022, जैसा लोकसभा द्वारा पारित किया गया है
- अंतर-राज्यीय नदी जल विवाद (संशोधन) विधेयक, 2019, जैसा लोकसभा द्वारा पारित किया गया है।
- संविधान (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति) आदेश (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2022, जैसा लोकसभा द्वारा पारित किया गया है।
- कॉफी (संवर्धन और विकास) विधेयक, 2022
- उद्यम और सेवा हब (डीईएसएच) का विकास विधेयक, 2022
- बहु राज्य सहकारी समितियां (संशोधन) विधेयक, 2022
- वस्तु के भौगोलिक संकेत (पंजीकरण और संरक्षण) (संशोधन) विधेयक, 2022
- भंडारण (विकास और विनियमन) (संशोधन) विधेयक, 2022
- प्रतिस्पर्धा (संशोधन) विधेयक, 2022
- दिवाला और दिवालियापन संहिता (संशोधन) विधेयक, 2022
- प्राचीन स्मारक और पुरातत्व स्थल और अवशेष (संशोधन) विधेयक, 2022
- कलाक्षेत्र फाउंडेशन (संशोधन) विधेयक, 2022
- छावनी विधेयक, 2022
- पुराना अनुदान (विनियमन) विधेयक, 2022
- वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2022
- राष्ट्रीय दंत आयोग विधेयक, 2022
- राष्ट्रीय नर्सिंग और प्रसूति सहायक विधेयक, 2022
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (संशोधन) विधेयक, 2022
- केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2022
- केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2022
- प्रेस और पत्रिकाओं का पंजीकरण विधेयक, 2022
- खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक, 2022
- ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2022
- संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (… संशोधन) विधेयक, 2022
- संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (… संशोधन) विधेयक, 2022
- मानव तस्करी (संरक्षण, देखभाल और पुनर्वास) विधेयक, 2022
- पारिवारिक न्यायालय (संशोधन) विधेयक, 2022
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
4. पी. वी. सिंधु ने पहला सिंगापुर ओपन खिताब जीता:
- भारत की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने 17 जुलाई को सिंगापुर ओपन का खिताब जीत लिया।
- पीवी सिंधू ने महिला सिंगल्स के फाइनल में चीन की वांग झी यी को हराया।
- सातवीं वरीय पीवी सिंधू ने,11वीं वरीय वांग झी यी को मात दी।
- इसी के साथ दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधू ने 2022 सीजन में अपना पहला सुपर 500 खिताब जीतने में सफलता हासिल की।
17 July 2022 : PIB विश्लेषण :-Download PDF Here
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