विषयसूची:
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1. भारत ने बहुराष्ट्रीय संयुक्त अभ्यास “एक्स खान क्वेस्ट 2023” में भाग लिया:
सामान्य अध्ययन: 2
अंतर्राष्ट्रीय संबंध:
विषय: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह और भारत से जुड़े और/ या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
प्रारंभिक परीक्षा: संयुक्त अभ्यास “एक्स खान क्वेस्ट 2023”।
प्रसंग:
- 20 से अधिक देशों के सैन्य दलों और पर्यवेक्षकों की भागीदारी वाली बहुराष्ट्रीय शांति स्थापना संयुक्त अभ्यास “एक्स खान क्वेस्ट 2023” 19 जून 2023 को मंगोलिया में शुरू हो गया है।
उद्देश्य:
- 14-दिवसीय अभ्यास का उद्देश्य, भाग लेने वाले देशों की अंतर-क्षमता को बढ़ाना, अनुभव साझा करना और संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान (UNPKO) के लिए वर्दीधारी कर्मियों को प्रशिक्षित करना है।
- सैन्य अभ्यास भारतीय सेना और भाग लेने वाले देशों के बीच, विशेष रूप से मंगोलियाई सशस्त्र बलों के बीच, रक्षा सहयोग के स्तर को बढ़ाएगा जो आगे जा कर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाएगा।
विवरण:
- मंगोलिया के राष्ट्रपति श्री उखनागिन खुरेलसुख ने मंगोलिया में अभ्यास का उद्घाटन किया।
- यह अभ्यास मंगोलियाई सशस्त्र बल (MAF) और यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी पैसिफिक कमांड (USARPAC) द्वारा सह-प्रायोजित है।
- भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व गढ़वाल राइफल्स की एक टुकड़ी कर रही है।
- यह अभ्यास भविष्य के संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों के लिए प्रतिभागियों को तैयार करेगा, शांति संचालन क्षमताओं को विकसित करेगा और सैन्य तैयारी को बढ़ाएगा।
- इस अभ्यास में कमांड पोस्ट एक्सरसाइज (CPX), फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज (FTX), मुकाबला चर्चा, व्याख्यान और प्रदर्शन शामिल हैं।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- वियतनाम के रक्षा मंत्री ने राष्ट्रपति से मुलाकात की:
- वियतनाम के रक्षा मंत्री जनरल फान वान गियांग ने 19 जून, 2023 को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।
- जनरल गियांग और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत आगमन पर स्वागत करते हुए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि भारत और वियतनाम 2000 से अधिक वर्षों के सभ्यतागत और सांस्कृतिक संबंधों का एक समृद्ध इतिहास साझा करते हैं।
- वियतनाम भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है और हमारे हिंद-प्रशांत विजन का एक प्रमुख भागीदार है।
- भारत-वियतनाम ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ ने रक्षा और सुरक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश संबंधों, ऊर्जा सुरक्षा, विकास सहयोग, सांस्कृतिक और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों सहित द्विपक्षीय सहयोग की सीमा का विस्तार किया है।
- द्विपक्षीय रक्षा सहयोग दोनों देशों के बीच इस साझेदारी के सबसे मजबूत तत्वों में से एक है। राष्ट्रपति ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि भारत-वियतनाम रक्षा संबंध क्षमता निर्माण, उद्योग सहयोग, शांति स्थापना और संयुक्त अभ्यास सहित एक व्यापक दायरे में फैला हुआ है।
- इसके अलावा रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और वियतनाम के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री ने दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए नई दिल्ली में वार्ता की।
- दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र से जुड़े उद्योगों और समुद्री सुरक्षा संबंधी सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया गया।
- भारत ने वियतनाम को नौसेना क्षमता में विस्तार के लिए स्वदेश निर्मित इन-सर्विस मिसाइल कोरवेट आईएनएस कृपाण उपहार में दी। यह कृपाण वियतनाम पीपुल्स नेवी की क्षमताओं को बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगी।
- दोनों मंत्रियों ने सहयोग के वर्तमान क्षेत्रों विशेष रूप से उद्योग संबंधी सहयोग, समुद्री सुरक्षा और बहुराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाने के साधनों की पहचान की।
- वियतनाम के रक्षा मंत्री ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) मुख्यालय का भी दौरा किया तथा रक्षा अनुसंधान और संयुक्त उत्पादन में सहयोग के माध्यम से रक्षा औद्योगिक क्षमताओं को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
- जनरल फान वान गियांग दो दिवसीय यात्रा पर 18 जून को भारत पहुंचे थे। वियतनाम भारत की एक्ट ईस्ट नीति और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भागीदार देश है।
- विश्व सिकल सेल दिवस:
- सिकल सेल के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 19 जून को विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस मनाया जाता है।
- सिकल सेल रोग (SCD) एक आनुवंशिक स्थिति है, जो भारत की जनजातीय आबादी में बड़े पैमाने पर व्याप्त है।
- ऐसा अनुमान है कि एसटी में जन्म लेने वाले 86 बच्चों में से लगभग 1 SCD से ग्रसित पाया जाता है।
- यह रोग लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन (शरीर में ऑक्सीजन ले जाने के लिए उत्तरदायी) को प्रभावित करता है, जिसके परिणामस्वरूप अलग-अलग तरीकों से बीमारी और मृत्यु हो सकती है।
- ऐसे में पीडि़त व्यक्तियों को लंबा और भरपूर जीवन जीने में सक्षम बनाने की दिशा में SCD का जल्द पता लगाना, उसका प्रबंधन और उपचार करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- इस रोग को जड़ से मिटाना राष्ट्र की सामान्य स्वास्थ्य स्थितियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने वर्ष 2008 में पहली बार विश्व सिकल सेल दिवस मनाने की शुरुआत की थी, ताकि इस बीमारी को सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में पहचान मिल सके।
- साथ ही इस बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ सके।
- इसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक रूप से 19 जून को विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस के रूप में मनाना शुरू कर दिया था।
- सिकल सेल एक ऐसी बीमारी है, जो रक्त विकार से जुड़ी हुई है।
- यह विकार आमतौर पर लाल रक्त कोशिकाओं के आकार और कार्य को प्रभावित करता है। सिकल सेल डिजीज एक जेनेटिक डिसॉर्डर है, जिसमें शरीर में मौजूद रेड ब्लड सेल्स विकृत हो जाती हैं।
- इसकी वजह से शरीर में ये कोशिकाएं जल्दी नष्ट हो जाती हैं और इस वजह से शरीर में हेल्दी रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है। इस वजह से नसों में खून का बहाव भी रुक सकता है।
- आमतौर पर इस सेल्स का आकार गोल होता है, लेकिन सिकल सेल रोग वाले व्यक्तियों में इनका आकार सामान्य गोल आकार के बजाय अर्धचन्द्राकार या “सिकल” आकार का हो जाता है।
- ‘युवा पेशेवरों के लिए दक्षता’ (DAKSHTA)’अब iGOT कर्मयोगी मंच पर उपलब्ध:
- युवा पेशेवरों के लिए एक नया संरचित संग्रह दक्षता (प्रशासन में समग्र परिवर्तन के लिए दृष्टिकोण, ज्ञान और कौशल का विकास) अब iGOT कर्मयोगी मंच पर उपलब्ध है।
- सरकार में कार्यरत युवा पेशेवरों और सलाहकारों के लिए डिजाइन किया गया यह संग्रह (इसमें 18 पाठ्यक्रम शामिल हैं) शिक्षार्थियों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का प्रभावी ढंग से निर्वहन करने के लिए महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी उपलब्ध कराते हुए उनमें कार्यात्मक, क्षेत्र और व्यावहारिक क्षमताओं का निर्माण करना चाहता है।
- वर्तमान में, नीति आयोग में 40 युवा पेशेवर और सलाहकार iGOT कर्मयोगी मंच पर पाठ्यक्रमों के इस संरचित संग्रह के माध्यम से चरणबद्ध रूप से प्रारंभिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इस मंच पर 18 पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।
- पाठ्यक्रमों का संरचित संग्रह, विभिन्न मंत्रालयों, सरकारी विभागों और संगठनों में कार्यरत युवा पेशवरों और सलाहकारों के ज्ञान, कौशल और योग्यता वृद्धि के कार्य में उपयोग के लिए iGOT कर्मयोगी मंच पर उपलब्ध हैं।
- iGOT कर्मयोगी मंच सरकारी पदाधिकारियों को उनकी क्षमता निर्माण यात्रा में मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए एक व्यापक ऑनलाइन पोर्टल है।
- यह पोर्टल ऑनलाइन शिक्षण, योग्यता प्रबंधन, करियर प्रबंधन, विचार-विमर्श, आयोजन और नेटवर्किंग के लिए 6 कार्यरत केंद्रों को जोड़ता है।
- इस मिशन के मुख्य उद्देश्यों को आगे बढ़ाते हुए कर्मयोगी भारत, सरकार के स्वामित्व वाला गैर-लाभकारी एसपीवी है, जिसे कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DOPT), कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय द्वारा स्थापित किया गया है और इसे iGOT (इंटीग्रेटेड गवर्नमेंट ऑनलाइन ट्रेनिंग), कर्मयोगी मंच के स्वामित्व, प्रबंधन, रख-रखाव और सुधार की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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