भारत ने बहुदलीय राजनैतिक व्यवस्था को अपनाया है | इसका अर्थ यह है कि यहाँ क्षेत्रीय अथवा राज्य स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर पर अनेक राजनैतिक दल कार्यरत हैं | राजनैतिक दल से तात्पर्य ऐसे संगठनों से है जिन्हें “कॉमन राजनैतिक हित एवं विचारधारा” के आधार पर गठित किया गया है | इनका मुख्य उद्देश्य चुनाव में भाग लेकर सत्ता की साझेदारी करना है | हालाँकि इसके अतिरिक्त भी राजनैतिक दलों के कई कार्य होते हैं जैसे देश की नीति निर्माण प्रक्रिया में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भूमिका निभाना , जनमत को दिशा देना , जनता /मतदाता को विभिन्न नीतियों से अवगत कराना इत्यादि | भारत में राजनैतिक दल कुल मिलाकर 3 प्रकार के होते हैं | पंजीकृत राजनैतिक दल (registered party), क्षेत्रीय या राज्य स्तरीय राजनैतिक दल (state party) तथा राष्ट्रीय राजनैतिक दल (national party) | इस लेख में हम क्षेत्रीय या राज्य स्तरीय राजनैतिक दल की चर्चा करेंगे |
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क्षेत्रीय दल के रूप में मान्यता के लिए आवश्यक शर्तें
एक मजबूत लोकतंत्र के लिए क्षेत्रीय दलों का होना महत्वपूर्ण है | क्षेत्रीय दल राजनीती में विविधता को दर्शाते हैं | हालाँकि इन्हें क्षेत्रीय दल कहा जाता है ,लेकिन यह जरूरी नहीं कि अपनी विचारधारा में भी ये दल क्षेत्रीय ही हों। इनमें से कई दल ऐसे होते हैं जिनकी विचारधारा राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय (उदाहारण के लिए साम्यवादी विचारधारा) होती है। जो दल अपनी क्षेत्रीय पहचान को लेकर ही विशेष तौर पर सचेत रहते हैं उनके महत्त्व को भी नाकारा नहीं जा सकता । वे अपने अपने क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व देश की संघीय संसद में करते हैं | पिछले कुछ दशकों में क्षेत्रीय दलों की संख्या और ताकत में वृद्धि हुई है। जब राष्ट्रीय दलों को अपेक्षित बहुमत न मिले तो इन क्षेत्रीय दलों का महत्त्व और बढ़ जाता है | पिछले कई चुनावों में राष्ट्रीय दल क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन करने को मजबूर हुए हैं। 1990 के दशक के बाद से लगभग प्रत्येक क्षेत्रीय दल को एक या दूसरी राष्ट्रीय स्तर की गठबंधन सरकार का हिस्सा बनने का अवसर मिला है। इससे राष्ट्रीय दलों को असीमित शक्ति की सम्भावना नहीं रही और हमारे देश में संघवाद और लोकतंत्र को और मज़बूती मिली है |
किसी पंजीकृत दल को चुनाव आयोग के द्वारा क्षेत्रीय दल का दर्जा प्रदान किया जाता है यदि वह निम्नलिखित परिस्थितियों में से किसी एक को पूरा करता है :-
1. यदि उस दल ने राज्य की विधानसभा के आम चुनाव में उस राज्य से हुए कुल वैध मतों का कम से कम 6% प्राप्त किया हो, तथा इसके अतिरिक्त उसने संबंधित राज्य में 2 सीट भी प्राप्त किए हों।
2. यदि वह राज्य की लोकसभा के लिये हुये आम चुनाव में उस राज्य से हुए कुल वैध मतों का कम से कम 6% प्राप्त करता है, तथा इसके अतिरिक्त उसने संबंधित राज्य में लोकसभा की कम से कम 1 सीट जीती हो।
3. यदि उस दल ने राज्य की विधानसभा के कुल सीटों का 3% या 3 सीटें, जो भी ज्यादा हों, प्राप्त किए हों।
4. यदि प्रत्येक 25 सीटों में से उस दल ने लोकसभा की कम से कम 1 सीट जीती हो या लोकसभा के चुनाव में उस
संबंधित राज्य में उसे विभाजन से कम-से-कम इतनी सीटें प्राप्त हुई हों।
5. यदि यह राज्य में लोकसभा के लिये हुए आम चुनाव में अथवा विधानसभा चुनाव में कुल वैद्य मतों का 8%
प्राप्त कर लेता है |
भारत में क्षेत्रीय या राज्य स्तरीय राजनैतिक दल
इस प्रकार यह स्पष्ट है कि आम चुनावों में राजनीतिक दलों के प्रदर्शन के आधार पर मान्यता प्राप्त दलों की संख्या परिवर्तित होती रहती है। यदि कोई मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय दल वांछित प्रदर्शन नहीं करता तो उसे प्राप्त दर्जा वापस भी लिया जा सकता है | वर्तमान में देश में लगभग 50 क्षेत्रीय दल हैं | इनकी राज्यवार जानकारी नीचे तालिका में दी गई है :-
राज्य | दल एवं उनके चुनाव चिन्ह |
---|---|
1.आंध्र प्रदेश | 1. तेलुगू देशम (T.D.P) -साईकिल
2. युवजन श्रमिक रूथ कांग्रेस पार्टी (Y.S.R.C.P)- पंखा |
2. अरुणाचल प्रदेश | 1.पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (P.P.A)-मकई |
3. असम | 1. अखिल भारतीय संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (A.U.D.F)-ताला- चाभी
2. असम गण परिषद (A.G.P)-हाथी 3. बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (B.P.F)-नंगोल |
4.बिहार | 1. जनता दल (यूनाइटेड) (J.D.U)-तीर
2. लोक जनशक्ति पार्टी (L.J.P)-बंगला 3. राष्ट्रीय जनता दल (R.J.D)-लालटेन 4. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (R.L.S.P)-पंखा |
5.गोवा | 1.महाराष्ट्रवादी गोमांतक -शेर |
6.हरियाणा | 1. हरियाणा जनहित कांग्रेस (H.J.C)-ट्रैक्टर
2. भारतीय राष्ट्रीय लोकदल (B.R.L.D)-चश्मा |
7.जम्मू और कश्मीर | 1. जम्मू एवं कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (J.K.N.C)-हल
2. जम्मू और कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (J.K.N.P.P)-साइकिल 3. जम्मू एवं कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (J.K.P.D.P)-दवात और कलम |
8.झारखंड | 1. ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (A.J.S.U)-केला
2. झारखंड मुक्ति मोर्चा (J.M.M)-तीर-धनुष 3. झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) (J.V.M)-कंघा |
9.कर्नाटक | 1. जनता दल (सेकुलर) (J.D.S)-सिर पर धान ढोती हुई एक किसान महिला |
10.केरल | 1. केरल कांग्रेस (एम) (K.C.M)-2 पत्ते
2. इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (I.U.M.L)-सीढी 4. रेवलूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (R.S.P)- |
11.महाराष्ट्र | 1. महाराष्ट्र निर्माण सेना (M.N.S)-रेलवे इंजन
2. शिव सेना (S.S)-तीर-धनुष |
12.मणिपुर | 2. पीपुल्स डेमोक्रेटिक एलायन्स (P.D.A)-मुकुट |
13.मेघालय | 1. युनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (U.D.P)-ड्रम
2. हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (H.S.P.D.P)-शेर 3. नेशनल पीपुल्स पार्टी (N.P.P)-किताब |
14.मिजोरम | 1. मिजो नेशनल फ्रंट (M.N.F)-तारा
2. मिजोरम पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (M.P.C)-बिजली का बल्ब 3. मीजोरम नेशनलिस्ट पार्टी (M.N.P)-बिना किरण के सूरज |
15.नागालैंड | 1. नागा पीपुल्स फंट (N.P.F)-मुर्गा |
16.दिल्ली | 1.आम आदमी पार्टी (A.A.P)-झाड़ू |
17.उड़ीसा | 1.बीजू जनता दल (B.J.D)-शंखा |
18.पुदुच्चेरी | 1.ऑल इंडिया एन. आर. कांग्रेस (A.I.N.R.C)-जग
2.जट्टालि मक्कल काचि (J.M.K)-आग |
19.पंजाब | 1. शिरोमणि अकाली दल (S.A.D)-तराजू |
20.सिक्किम | 1.सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (S.D.F)-छाता
2. सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (S.K.M)-टेबल लैंप |
21.तेलंगाना | 1. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इतेहादुल मुसलमीन (A.I.M.I.M)-पतंगकार
2. तेलंगाना राष्ट्र समिति (T.R.S)- साईकिल 3. तेलुगू देशम् (T.D.P)- पंखा 4. युवजन श्रमिक रिथु कांग्रेस पार्टी |
22.तमिलनाडु | 1. ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कड़धम (A.I.D.M.K)-पत्तियां
2. द्रविड़ मुनेत्र कड़घम (D.M.K)-उगता हुआ सूर्य 3.देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़घम (D.M.D.K)-नगाड़ा |
23.उत्तर प्रदेश | 1. राष्ट्रीय लोक दल (R.L.D)-हैंड पंप
2. समाजवादी पार्टी (S.P)-साइकिल |
24.पश्चिम बंगाल | 1. ऑल इंडिया फाखर्ड ब्लॉक (F.B)-शेर
2. रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (R.S.P)-कुदाल और भट्टी 3.तृणमूल कांग्रेस (T.M.C)-3 फूल |
राष्ट्रीय दल
वर्तमान में भारत में 8 राष्ट्रीय स्तर के राजनैतिक दल हैं :
राष्ट्रीय दल की योग्यता के लिए शर्तें राष्ट्रीय राजनैतिक दल देशव्यापी महत्त्व के बड़े राजनैतिक दल हैं । जब कोई राजनीति दल लोकसभा चुनाव में डाले गये कुल मतों का, अथवा 4 राज्यों के विधान सभा चुनाव में डाले गये कुल मतों का कम से कम 6 % हासिल कर लेता है और लोकसभा चुनाव में कम से कम 4 सीटें हासिल कर लेता है तो चुनाव आयोग के द्वारा उसे राष्ट्रीय राजनैतिक दल का दर्जा दिया जाता है । यदि किसी दल ने कम से कम 4 राज्यों में “स्टेट पार्टी” का दर्जा प्राप्त कर लिया है तो भी वह राष्ट्रीय राजनैतिक दल का दर्जा प्राप्त करने के योग्य हो जाता है । नेशनल पीपल्स पार्टी सबसे नई राष्ट्रीय पार्टी है । 2013 में गठित इस पार्टी को 2019 में राष्ट्रीय राजनैतिक दल का दर्जा मिला । इसका प्रतिनिधित्व पूर्वोत्तर भारत के कुछ राज्यों व विशेष रूप से मेघालय में है । |
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