विषयसूची:
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1.रक्षा खरीद परिषद ने तीन रक्षा पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की:
सामान्य अध्ययन: 2
शासन:
विषय: सरकार की नीतियां और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए हस्तक्षेप एवं उनके डिजाइन तथा इनके अभिकल्पन से उत्पन्न होने वाले विषय।
प्रारंभिक परीक्षा: रक्षा खरीद परिषद (DAC),टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल- हेलीना, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच), वायु रक्षा प्रणाली- VSHORAD (IR होमिंग) मिसाइल प्रणाली से संबंधित जानकारी।
प्रसंग:
- रक्षा मंत्री की अध्यक्षता में 10 जनवरी, 2023 को रक्षा खरीद परिषद (DAC) की बैठक आयोजित हुई। इस दौरान 4,276 करोड़ रुपये मूल्य के तीन पूंजीगत अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए आवश्यकतानुसार स्वीकृति (एओएन) को मंजूरी दी गई। इन तीन रक्षा सौदों में भारतीय सेना के दो सौदे तथा भारतीय नौसेना के लिए एक खरीद (भारतीय-IDDM श्रेणी के अंतर्गत) प्रस्तावित हैं।
उद्देश्य:
- देश की उत्तरी सीमाओं पर हुए हाल के घटनाक्रमों को देखते हुए रक्षा तंत्र में प्रभावी वायु रक्षा (AD) हथियार प्रणालियों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता महसूस की गई है, खासतौर ऐसी हथियार प्रणाली जिसे मानवीय स्तर पर कहीं भी लाया तथा पहुंचाया जा सकता हो और जो देश के ऊबड़-खाबड़ क्षेत्रों एवं समुद्री इलाकों में तेजी से तैनात की जा सकती हो।
- बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली- VSHORAD की खरीद, एक मजबूत एवं शीघ्र तैनाती योग्य हथियार प्रणाली के रूप में भारतीय वायु रक्षा क्षमताओं को मजबूत करेगी।
विवरण:
- रक्षा खरीद परिषद ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा तैयार तथा विकसित बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली- VSHORAD (IR होमिंग) मिसाइल प्रणाली की खरीद के लिए होने वाले सौदे को भी मंजूरी दे दी है।
- रक्षा खरीद परिषद ने टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल- हेलीना, लॉन्चर और अन्य संबंधित सहायक उपकरणों की खरीद के लिए अपनी सहमति दे दी है, इन सभी रक्षा उत्पादों को उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (ALH) में एकीकृत किया जाएगा।
- यह मिसाइल दुश्मन के खतरे का सख्ती से मुकाबला करने के लिए उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर के शस्त्रीकरण का एक अनिवार्य हिस्सा है।
- सैन्य शक्ति में इन रक्षा उत्पादों के शामिल होने से भारतीय सेना की आक्रामक क्षमता और अधिक सशक्त हो जाएगी।
- इसके अतिरिक्त, रक्षा खरीद परिषद ने भारतीय नौसेना के लिए शिवालिक श्रेणी के जहाजों तथा अगली पीढ़ी के मिसाइल वाहक युद्धपोतों (NGMV) के लिए ब्रह्मोस लॉन्चर और फायर कंट्रोल सिस्टम (FCS) की खरीद के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी है।
- इन घातक हथियारों के नौसेना में शामिल किये जाने से देश के युद्धपोतों की समुद्री हमले के संचालन को अंजाम देने, शत्रु के युद्धपोतों को रोकने व नष्ट करने और आवांछित व्यापारिक जहाजों को नियंत्रित करने की क्षमता बढ़ जाएगी।
2. स्टार्टअप इंडिया नवाचार सप्ताह (10-16 जनवरी, 2023) की शुरुआत हुई:
सामान्य अध्ययन: 2
शासन:
विषय: शासन व्यवस्था पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्वपूर्ण पक्ष, ई- गवर्नेस-अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएं सीमाएं और संभावनाएं।
प्रारंभिक परीक्षा: उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT), भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) से संबंधित जानकारी।
मुख्य परीक्षा: स्टार्टअप इंडिया नवाचार सप्ताह का उद्देश्य पूरे देश में स्टार्टअप्स इकोसिस्टम के हितधारक और सक्षमकर्ताओं तक पहुंचना है। कथन पर प्रकाश डालिये।
प्रसंग:
- राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस मनाने के लिए 7 दिवसीय स्टार्टअप-इंडिया नवाचार सप्ताह की शुरुआत 10 जनवरी को कई कार्यक्रमों के साथ हुई।
उद्देश्य:
- इसका उद्देश्य पूरे देश में स्टार्टअप्स इकोसिस्टम के हितधारक और सक्षमकर्ताओं तक पहुंचना है।
विवरण:
- स्टार्टअप इंडिया नवाचार सप्ताह में सफलतापूर्वक आयोजित किए गए कार्यक्रमों का एक स्नैपशॉट निम्नलिखित है:
वैकल्पिक निवेश कोष पर कार्यशाला:
- उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने वैकल्पिक निवेश और उनकी केंद्रीय भूमिका पर एक कार्यशाला का आयोजन किया।
- DPIIT ने वैकल्पिक निवेश कोषों (AIF) को स्टार्टअप्स में निवेश करने की अनुमति प्रदान करने के लिए वित्त मंत्रालय, भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) व श्रम और रोजगार मंत्रालय के साथ मिलकर काम किया है।
- इस कार्यशाला में एआईएफ के माध्यम से घरेलू पूंजी को स्टार्टअप इकोसिस्टम में लाने के लिए भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी), भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI), कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO), पेंशन निधि नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA), जीवन बीमा निगम (LIC) के प्रतिनिधियों को संवेदनशील बनाने पर केंद्रित थी।
असेन्ड समागम:
- DPIIT ने स्टार्टअप इंडिया नवाचार सप्ताह- 2023 के एक हिस्से तहत असेन्ड (एक्सीलेरेटिंग स्टार्टअप कैलिबर एंड एंटरप्रेन्योरियल ड्राइव) समागम का आयोजन किया।
- इस कार्यशाला का उद्देश्य उद्यमिता के प्रमुख पहलुओं पर ज्ञान को बढ़ाना और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में एक मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने की दिशा में प्रयास जारी रखना है।
- असेन्ड समागम का आयोजन नवंबर और दिसंबर 2022 के दौरान उत्तर-पूर्वी भारत के सभी आठ राज्यों में उद्यमियों, आकांक्षी उद्यमियों, छात्रों और इकोसिस्टम समक्षकर्ताओं के लिए DPIIT द्वारा आयोजित असेन्ड कार्यशालाओं के एक फॉलोअप के रूप में आयोजित किया जा रहा है।
3. 14वां विश्व मसाला कांग्रेस (WSC) 16 से 18 फरवरी 2023 तक मुंबई में आयोजित:
सामान्य अध्ययन: 2
शासन:
विषय: सरकार की नीतियां और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए हस्तक्षेप एवं उनके डिजाइन तथा इनके अभिकल्पन से उत्पन्न होने वाले विषय।
प्रारंभिक परीक्षा: विश्व मसाला कांग्रेस (WSC) से संबंधित जानकारी।
प्रसंग:
- भारतीय मसालों के अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नए अवसर पैदा करने के उद्वेश्य से, विश्व मसाला कांग्रेस (WSC) का 14वां संस्करण 16 से 18 फरवरी 2023 तक मुंबई में आयोजित किया जाएगा।
उद्देश्य:
- यह हितधारकों के लिए कोविड-19 के बाद के उद्योग के रुझानों पर चर्चा करने और भविष्य के मार्ग की रूपरेखा बनाने के लिए एक मंच उपलब्ध कराएगी।
- न केवल व्यापारियों के लिए बल्कि नीति नियामकों के लिए भी एक मंच बनाने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में G-20 देशों के बीच मसाला व्यापार को बढ़ावा देने के लिए समर्पित व्यवसायिक सत्र होंगे।
विवरण:
- भारत को विश्व का ‘मसाला कटोरा‘ कहा जाता है।
- यह कई प्रकार के गुणवत्तापूर्ण, दुर्लभ तथा चिकित्सकीय मसालों का उत्पादन करता है।
- यह संस्करण विशेष है क्योंकि यह भारत की G-20 अध्यक्षता के साथ मेल खाता है।
- WSC 2023 की थीम विजन 2030: S-P-C-I-E-S (सस्टेनेबिलिटी, प्रोडक्टिविटी, इनोवेशन, कोलाबोरेशन, एक्सेलेंस और सेफ्टी) होगी।
- WSC के स्थल के रूप में महाराष्ट्र को चुनने का कारण ‘‘महाराष्ट्र मसाला उत्पादन करने वाले अग्रणी राज्यों में से एक है।
- यह भारत में हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक है।
- महाराष्ट्र दो GI टैग वाली हल्दी किस्मों और एक GI टैग वाली मिर्च किस्म का उत्पादन करता है।
- महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों को GI टैग वाले कोकम के उत्पादन के लिए भी जाना जाता है।
- यह राज्य मसालों के लिए सबसे बड़े निर्यात केंद्रों में से एक है।
- भारत में मसाला व्यापार के बारे में वर्ष 2022-23 के दौरान, कुछ मसालों, विशेष रूप से जीरा, मेथी, अजवाइन, डिल, पोस्ता, सौंफ, सरसों तथा अन्य मसालों सहित बीज मसालों की मांग में वृद्धि हुई है।
- पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में अप्रैल- अक्टूबर 2022 के दौरान लहसुन ने मात्रा में 170 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कराई है।
- कुछ अन्य मसाले जैसे सौंफ, जिनका वर्तमान सीजन में बंपर पैदावार हुई है, हींग, दालचीनी, और तेज पत्ता में भी सकारात्मक रुख प्रदर्शित हुए हैं।
- करी पाउडर जैसे मसालों से प्राप्त मूल्य वर्धित उत्पादों में भी सकारात्मक रुझान प्रदर्शित हुए हैं।
WSC 2023 की मुख्य विशेषताएं:
- भारत सरकार की सहायता से आयोजित किए जाने वाले इस वर्ष के WSC 2023 के पिछले संस्करणों की तुलना में विशाल और अधिक विविध होने की उम्मीद है और इसमें विशेष राज्य पैवेलियन और कमोडिटी पैवेलियन होंगे।
- यह कार्यक्रम मसाला बिरादरी के लिए एक पहले से बड़े वैश्विक दर्शकों के समक्ष भारतीय ब्रांडों से मिलने और उन्हें बढ़ावा देने का अवसर उपलब्ध कराएगा।
WSC 2023 के व्यवसायिक सत्र निम्नलिखित विषयों पर केंद्रित होंगे, जैसे :
- भारत-वैश्विक बाजार के लिए मसाला कटोरा।
- मसालों के लिए खाद्य सुरक्षा तथा गुणवत्ता आवश्यकताओं को संबोधित करने पर परिप्रेक्ष्य (नियामक प्राधिकरणों के साथ प्रस्तुति/पैनल चर्चा)।
- वैश्विक मसाला व्यापार-देशीय परिप्रेक्ष्या और अवसरों को सुदृढ़ बनाना।
- फसल एवं बाजार-पूर्वानुमान तथा रुझान।
- अंतरराष्ट्रीय मसाला व्यापार संघों द्वारा मसाला बाजार दृष्टिकोण ।
4.भारत की चौतरफा ऊर्जा सुरक्षा रणनीति:
सामान्य अध्ययन: 3
ऊर्जा:
विषय: बुनियादी ढांचा: ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन, रेलवे आदि।
मुख्य परीक्षा: भारत की चौतरफा ऊर्जा सुरक्षा रणनीति ऊर्जा रूपांतरण पर आधारित है। कथन का समलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए।
प्रसंग:
- भारत की चौतरफा ऊर्जा सुरक्षा रणनीति आपूर्तिओं में विविधता लाने, अन्वेषण व उत्पादन में बढ़ोतरी, वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों और गैस आधारित अर्थव्यवस्था व हरित हाइड्रोजन आदि के माध्यम से ऊर्जा रूपांतरण पर आधारित है।
विवरण:
- भारत 1973 के तेल संकट के बाद से विश्व के सबसे विकट ऊर्जा संकट से निपटने में सक्षम रहा है।
- इसके लिए चार आयामी ऊर्जा सुरक्षा रणनीति- ऊर्जा आपूर्ति का विविधीकरण, अन्वेषण व उत्पादन के क्षेत्र में भारत की बढ़ती पहुंच, गैस आधारित अर्थव्यवस्था, हरित हाइड्रोजन व ईवी (इलेक्ट्रॉनिक वाहन) के माध्यम से ऊर्जा रूपांतरण को पूरा किया गया है।
- भारत ने अमेरिका और रूस जैसे देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करते हुए कोलंबिया, रूस, लीबिया, गैबॉन, इक्वेटोरियल गिनी आदि जैसे नए आपूर्तिकर्ताओं को जोड़ा है।
- इससे भारत के कच्चे तेल के आपूर्तिकर्ताओं की संख्या 2006-07 के 27 देशों से बढ़कर 2021-22 में 39 हो गई।
- भारत में दिसंबर 2021 और दिसंबर 2022 के बीच डीजल की कीमत केवल 3 फीसदी बढ़ी।
- संयुक्त राज्य अमेरिका में यह 34 फीसदी, कनाडा में 36 फीसदी, स्पेन में 25 फीसदी और ब्रिटेन में 10 फीसदी बढ़ी।
- भारत सरकार 2025 तक भारत के अन्वेषण क्षेत्र को 5 लाख वर्ग किलोमीटर और 2030 तक 10 लाख वर्ग किलोमीटर तक बढ़ाने का संकल्प रखती है।
- सरकार ‘नो गो (निषेध)’ क्षेत्र को 99 फीसदी तक कम करने में सफल रही है और 9.1 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को इससे बाहर कर रही है।
- राष्ट्रीय डेटा रिपॉजिटरी (एनडीआर) भी स्थापित की गई है और एक क्लाउड-आधारित व एआई/एमएल-संचालित राष्ट्रीय डेटा एनडीआर 2.0 के लिए योजनाएं संचालित हो रही हैं।
- भारत ने 2013-14 में पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण को 1.53 फीसदी से बढ़ाकर 2022 में 10.17 फीसदी कर दिया है और पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनॉल सम्मिश्रण प्राप्त करने के अपने लक्ष्य को साल 2030 से घटाकर 2025-26 किया है।
- 1 अप्रैल, 2023 से ई20 का चरणबद्ध कार्यान्वयन शुरू होगा।
- सरकार देश में पांच 2जी इथेनॉल बायोरिफाइनरी- हरियाणा के पानीपत (पराली), पंजाब के बठिंडा, ओडिशा के बरगढ़ (पराली), असम के नुमालीगढ़ (बांस) और कर्नाटक के देवनगेरे में स्थापित कर रही है।
- इसके अलावा केंद्र सरकार ने एसएटीएटी योजना के तहत संपीड़ित बायोगैस (सीबीजी) संयंत्रों के लिए भी कीमत को 46 रुपये प्रति कलोग्राम से बढ़ाकर 54 रुपये प्रति किलोग्राम कर दिया है।
- इसके साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि सीबीजी उत्पादन के दौरान उत्पादित जैव खाद को यूरिया जैसे उर्वरकों के साथ शामिल किया जाए।
- आईओसीएल ने एक अभिनव और पेटेंट स्टेशनरी, रिचार्ज करने योग्य और हमेशा रसोई से जुड़े इनडोर सोलर कुकिंग प्रणाली विकसित की है, जो भारत और वैश्विक स्तर पर प्रतिरूप की तरह है।
- भारत सरकार हर साल कम से कम 5 एमएमटी (मिलियन मीट्रिक टन) हरित हाइड्रोजन उत्पादन क्षमता विकसित करने के लिए राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन में 19,744 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।
- भारत की पेट्रोलियम रिफाइनरियों में ईंधन की अधिकांश मांग है और मंत्रालय नए उद्योग के विकास का समर्थन करने के लिए तेजी से हरित हाइड्रोजन पर काम करेगा।
- वहीं, ओएमसी (तेल वितरण कंपनियां) मई, 2024 तक 22,000 खुदरा दुकानों (आउटलेट) पर वैकल्पिक ईंधन स्टेशनों (ईवी चार्जिंग/सीएनजी/एलपीजी/एलएनजी/सीबीजी आदि) की स्थापना का लक्ष्य तैयार कर रही हैं।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
1.26वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव:
- प्रधानमंत्री 12 जनवरी 2023 को कर्नाटक के हुबली में 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन करेंगे।
- यह कार्यक्रम राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित किया जा रहा है, जो स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर उनके आदर्शों, शिक्षाओं और योगदान का सम्मान और आदर करने के लिए मनाया जाता है।
- राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन हर साल हमारे प्रतिभावान युवाओं को राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरित करने के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए किया जाता है।
- इस वर्ष यह महोत्सव 12 से 16 जनवरी तक कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ में आयोजित किया जा रहा है, जिसकी थीम “विकसित युवा – विकसित भारत” है।
- यह महोत्सव युवा शिखर सम्मेलन का साक्षी बनेगा, जिसमें जी-20 और वाई-20 आयोजनों से संबद्ध पांच विषयों अर्थात कार्य, उद्योग, नवाचार और 21वीं सदी के कौशलों का भविष्य; जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम में कमी; शांति निर्माण और सुलह; साझा भविष्य-लोकतंत्र और शासन में युवा; और स्वास्थ्य एवं कल्याण -पर पूर्ण चर्चाओं का आयोजन किया जाएगा।
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लिंक किए गए लेख में 09 जनवरी 2023 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।
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