विषयसूची:
|
1. प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो 2023 का उद्घाटन किया:
सामान्य अध्ययन: 1
भारतीय विरासत एवं संस्कृति:
विषय: भारतीय संस्कृति और कला के मुख्य पहलु।
प्रारंभिक परीक्षा: अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो 2023,आजादी का अमृत महोत्सव।
प्रसंग:
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो 2023 का उद्घाटन किया। उन्होंने नॉर्थ और साउथ ब्लॉक में आगामी राष्ट्रीय संग्रहालय के वर्चुअल वॉकथ्रू का भी उद्घाटन किया।
उद्देश्य:
- आज़ादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में, 47वें अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस का उत्सव मनाने के क्रम में अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है, जिसकी थीम है – ‘संग्रहालय, स्थायित्व और कल्याण’।
विवरण:
- इस अवसर पर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सिंधु सरस्वती सभ्यता की कांस्य नृत्यांगना से प्रेरित चन्नापटना शैली में बने 5 फीट लंबे खिलौने के भाव-भंगिमा युक्त समकालीन आदमकद संस्करण का अनावरण किया, जो अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो 2023 का आधिकारिक शुभंकर है।
- शुभंकर की व्याख्या आधुनिक समय के “द्वारपाल” या “द्वार-अभिभावक” के रूप में की जाती है, जो दर्शकों को अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो 2023 के अनुभव की ओर ले जाता है।
- आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में, 47वें अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस (आईएमडी) मनाने के क्रम में, अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है।
- इस वर्ष के लिए आईएमडी की थीम है – ‘संग्रहालय, स्थायित्व और कल्याण।’ संग्रहालय पेशेवरों के साथ संग्रहालयों पर एक समग्र संवाद शुरू करने के लिए संग्रहालय एक्सपो का डिज़ाइन तैयार किया गया है, ताकि वे भारत की सांस्कृतिक कूटनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में विकसित हो सकें।
- कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने नॉर्थ और साउथ ब्लॉक में आगामी राष्ट्रीय संग्रहालय के वर्चुअल वॉकथ्रू का उद्घाटन किया।
- संग्रहालय भारत के अतीत से संबंधित उन ऐतिहासिक घटनाओं, व्यक्तित्वों, विचारों और उपलब्धियों को रेखांकित करने और प्रदर्शित करने का एक व्यापक प्रयास है, जिन्होंने भारत के वर्तमान के निर्माण में योगदान दिया है।
- प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो के शुभंकर, ग्राफिक उपन्यास – “ए डे एट म्यूजियम”, भारतीय संग्रहालय निर्देशिका, कर्तव्य पथ पॉकेट मानचित्र और संग्रहालय कार्ड का भी अनावरण किया।
- अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो का शुभंकर चेन्नापटनम कला शैली में लकड़ी से बनी नृत्य करती बालिका का समकालीन संस्करण है।
- ग्राफिक उपन्यास राष्ट्रीय संग्रहालय में आने वाले बच्चों के एक समूह को चित्रित करता है, जहां वे संग्रहालय में उपलब्ध करियर के विभिन्न अवसरों के बारे में ज्ञान प्राप्त करते हैं।
- भारतीय संग्रहालय निर्देशिका, भारतीय संग्रहालयों का एक व्यापक सर्वेक्षण है।
- कर्तव्य पथ का पॉकेट मानचित्र विभिन्न सांस्कृतिक स्थानों और संस्थानों पर प्रकाश डालता है और यह प्रतिष्ठित मार्गों के इतिहास की भी जानकारी देता है।
- संग्रहालय कार्ड, देश भर में प्रतिष्ठित संग्रहालयों के सचित्र अग्रभागों के साथ 75 कार्डों का एक समूह है।
- यह सभी उम्र के लोगों के लिए संग्रहालयों को पेश करने का एक अभिनव तरीका है और प्रत्येक कार्ड में संग्रहालयों के बारे में संक्षिप्त जानकारी भी मौजूद है।
2. राष्ट्रीय आयुष मिशन सम्मेलन:
सामान्य अध्ययन: 2
स्वास्थ्य:
विषय: स्वास्थ्य से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।
प्रारंभिक परीक्षा: राष्ट्रीय आयुष मिशन, ई-लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (ELMS), उन्नत EHR सिस्टम व्यापक AHMIS।
मुख्य परीक्षा: राष्ट्रीय आयुष मिशन के महत्व पर चर्चा कीजिए।
प्रसंग:
- दो दिवसीय राष्ट्रीय आयुष मिशन सम्मेलन स्वास्थ्य और सार्वजनिक वेलनेस के लिए “सम्पूर्ण स्वास्थ्य” की प्राथमिकताओं के प्रति आयुष तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की प्रतिबद्धता के साथ प्रारम्भ हुआ।
उद्देश्य:
- इस अवसर पर आयुष मंत्रालय की दो ICT पहलें लॉन्च की गयीं।
- ई-लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (ELMS) और एक उन्नत EHR सिस्टम व्यापक AHMIS का शुभारम्भ किया गया।
विवरण:
- आज की प्राथमिक आवश्यकता भारत के प्रत्येक नागरिक को स्वस्थ बनाने की है। दोनों मंत्रालय शीघ्र ही “सम्पूर्ण स्वास्थ्य” नीति लाएंगे।
- भारतीय पारम्परिक औषधि प्रणालियों को मान्यता देते हुए WHO ने भी जामनगर में WHO-GCTM केंद्र की स्थापना की है।
- उद्घाटन सत्र के बाद राष्ट्रीय आयुष मिशन के माध्यम से देश में आयुष सेवाओं को मज़बूत बनाने पर गोलमेज विचार-विमर्श आयोजित किया गया।
- आयुष मंत्रालय ने राष्ट्रीय आयुष मिशन की समीक्षा प्रस्तुत की।
- विचार-विमर्श के दौरान मंत्रियों ने यह भी बताया कि किस तरह उनके राज्यों में आयुष प्रणाली विकसित हो रही है और रोजगार सृजन कर रही है।
- राष्ट्रीय आयुष मिशन (NAM) आयुष मंत्रालय का प्रमुख कार्यक्रम है और राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों के सक्रिय सहयोग से यह कार्यक्रम राज्यों में स्वास्थ्य तथा वेलनेस परिदृश्य बदल रहा है।
- यह प्रमुख कार्यक्रम राष्ट्रीय आयुष मिशन 2014 में प्रारम्भ किया गया था और इसने भारत की पारम्परिक चिकित्सा पद्धतियों तथा मुख्यधारा की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में उनके एकीकरण को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- इसका उद्देश्य भारत सरकार की आयुष्मान भारत योजना के भाग के रूप में आयुष स्वास्थ्य वेलनेस केंद्रों (AHWC) के माध्यम से देशभर में आयुष स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, पहुंच और गुणवत्ता को बढ़ाना है।
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राज्य/केंद्रशासित प्रदेश की सरकारों के माध्यम से वर्तमान आयुष डिस्पेंसरियों/स्वास्थ्य उपकेंद्रों को केंद्र प्रायोजित योजना मोड में तथा राष्ट्रीय आयुष मिशन (NAM) के अंतर्गत चरणबद्ध तरीके से उन्नत करके 12,500 आयुष AHWC के संचालन को मंजूरी दे दी है।
- आज तक पूरे भारत में 8500 से अधिक AHWC स्थापित किये गये हैं और समुदायों की सेवा कर रहे हैं।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
1.GEM स्थापना दिवस समारोह:
- 17 मई, 2017 को शतप्रतिशत गैर-लाभकारी कंपनी के रूप में सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GEM) की स्थापना के अवसर पर, यानी 17 मई, 2023 को नई दिल्ली में एक समारोह का आयोजित किया गया।
- GEM ने सरकारी खरीदारों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए GEM द्वारा किए गए पहलों के बारे में विस्तार से बताया, जिसमें केंद्रीय मंत्रालय, राज्य विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम (PSE) एवं हाल ही में बोर्ड में शामिल सहकारी समितियां एवं ग्राम पंचायतें भी शामिल हैं।
- इस कार्यक्रम में सार्वजनिक खरीद में बदलाव लाने में GEM की यात्रा के साथ-साथ रीब्रांडेड GEM आउटलेट स्टोर्स #वोकलफॉरलोकल की शुरूआत की गई।
- करोना-19 महामारी के दौरान, GEM ने पारंपरिक मेलों और प्रदर्शनियों को व्यवहार्य विकल्प के रूप में चुना और GEM आउटलेट स्टोर्स का शुभारंभ करने के बाद बिना किसी बिचौलियों के महिलाओं, SC/ST एवं जनजातीय उद्यमियों, स्टार्टअप, सूक्ष्म एवं लघु उद्यम (MSE), कारीगरों और बुनकरों, खादी बुनकरों एवं बांस उत्पादकों आदि के लिए ई-मार्केट की सुविधा प्रदान किया।
- GEM ने आठ “GEM आउटलेट स्टोर” विकसित करने के लिए विभिन्न मंत्रालयों के साथ मिलकर काम किया और सरकार की #वोकलफॉरलोकल एवं आत्मनिर्भर भारत अभियान पहलों को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण भारत में कम सेवा देने वाले विक्रेता समूहों को अपनी समर्पित उत्पाद श्रेणियों और ऑनलाइन स्टोरों के माध्यम से बाजारों तक पहुंच प्रदान की।
- इस प्रक्रिया में, GEM ने सार्वजनिक खरीद बाजारों में अल्प-सेवा प्राप्त विक्रेता समूहों के सामाजिक एवं वित्तीय समावेशन के लिए एक अद्वितीय दृष्टिकोण को अपनाया है, और #वोकलफॉरलोकल एवं “मेक इन इंडिया” में उल्लिखित उद्देश्यों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे “आत्मनिर्भर भारत” सुनिश्चित किया जा सके।
- अपनी स्थापना के बाद से, इस पोर्टल ने 68 हजार सरकारी खरीदारों और 61.81 लाख से ज्यादा विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं को पंजीकृत किया है, जिन्होंने 11,567 उत्पाद श्रेणियों और 2,44,787 सेवा कैटलॉग एवं 293 सेवा श्रेणियों में 31.14 लाख से ज्यादा उत्पादों को सूचीबद्ध किया है।
2.गुवाहाटी के सात तीर्थस्थलों को जल-मार्ग से जोड़ा जाएगा:
- पत्तन, पोत परिवहन और जल मार्ग मंत्रालय (MoPSW) अंतर्देशीय जलमार्ग के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
- इस क्रम में ब्रह्मपुत्र नदी पर विकसित किए जा रहे नदी आधारित पर्यटन सर्किट के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI), सागरमाला डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड (SDCL), असम पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (ATDC) और अंतर्देशीय जल परिवहन निदेशालय (DIWT) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर असम में 19 मई 2023 को किया जाएगा।
- इस परियोजना को सागरमाला कार्यक्रम के तहत 40-45 करोड़ की शुरुआती लागत से विकसित किया जा रहा है।
- SDCL और IWAI संयुक्त रूप से परियोजना लागत का 55 प्रतिशत योगदान देंगे जबकि शेष लागत ATDC द्वारा दिया जायेगा।
- DIWT ने मंदिरों के पास वाले घाटों का उपयोग इस परियोजना के लिए मुफ्त में करने की सहमति दी है।
- ये सागरमाला परियोजना गुवाहाटी में स्थित कामाख्या, पाण्डुनाथ, अश्व क्लांता डोलगोविंदा,उमानंदा चक्रेश्वर और औनियती सतरा नाम के ऐतिहासिक मंदिरों को साथ जोड़ेगी।
- सर्किट हनुमान-घाट उज़ैन-बाजार से निकलकर जलमार्गों के माध्यम से उपरोक्त सभी मंदिरों को जोड़ते हुए अपना फेरा पूरा करेगा।
- फेरी सेवा से एक चक्कर को पूरा करने के लिए कुल यात्रा समय 2 घंटे से कम होने की उम्मीद है।
3.देश का पहला एलिवेटेड 8-लेन एक्सेस कंट्रोल द्वारका एक्सप्रेस-वे अप्रैल 2024 में पूरा हो जाएगा:
- केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि 9000 करोड़ रुपये की लागत से 29.6 किलोमीटर लंबाई का देश का पहला एलिवेटेड 8-लेन एक्सेस कंट्रोल द्वारका एक्सप्रेसवे अप्रैल 2024 में लगभग पूरा हो जाएगा।
- हरियाणा में 18.9 किमी सिंगल पिलर और दिल्ली में 10.1 किमी लंबे सिंगल पिलर पर 34 मीटर चौड़ा एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है।
- इस एक्सप्रेसवे का सड़क नेटवर्क चार स्तरों का है।
- टनल, अंडरपास, ग्रेड रोड, एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर पर फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है।
- एक्सप्रेसवे के दोनों ओर थ्री लेन सर्विस रोड का निर्माण किया जा रहा है।
- दिल्ली में इस एक्सप्रेसवे पर देश की सबसे चौड़ी 3.6 किलोमीटर लंबी 8 लेन की सुरंग बनाई जा रही है।
- इससे हरियाणा और पश्चिमी दिल्ली के लोगों का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से संपर्क बेहतर होगा।
- हरियाणा में यह एक्सप्रेसवे हरसरू के पास पटौदी रोड (SH-26) और बसई के पास फरुखनगर (SH-15ए) पर मिलेगा।
- एक्सप्रेस-वे गुड़गांव के सेक्टर-21 को सेक्टर-88, 83, 84, 99, 113 और द्वारका को ग्लोबल सिटी से जोड़ेगा।
- इस पूरे एक्सप्रेसवे में इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम (ITS) सुविधा होगी।
18 May PIB :- Download PDF Here
लिंक किए गए लेख में 17 May 2023 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।
सम्बंधित लिंक्स:
Comments