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27 अप्रैल 2023 : PIB विश्लेषण

विषयसूची:

  1. केंद्र सरकार ने मोटर वाहन क्षेत्र के लिए उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत मानक संचालन प्रक्रिया जारी की:
  2. भारत और यूनाइटेड किंगडम के संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास ‘अजेय वॉरियर–2023’ का सैलिसबरी मैदान, यूनाइटेड किंगडम में आयोजन:
  3. नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो ने अपना 37वां स्थापना दिवस मनाया:
  4. आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने ‘नगर सौन्दर्य प्रतियोगिता’ का शुभारंभ किया:
  5. भारत और ब्रिटेन (यूनाइटेड किंगडम) मिलकर भारत-यूके “सकल शून्य (नेट जीरो)’ नवाचार आभासी केंद्र (इनोवेशन वर्चुअल सेंटर) बनाएंगे:
  6. Y20 प्री-समिट का उद्घाटन सत्र 27 अप्रैल को लेह स्थित सिन्धु संस्कृति केन्द्र में आयोजित किया गया:
  7. अटल पेंशन योजना (APY) के तहत नामांकन 5.20 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया है:

केंद्र सरकार ने मोटर वाहन क्षेत्र के लिए उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत मानक संचालन प्रक्रिया जारी की:

सामान्य अध्ययन 3: 

आर्थिक विकास: 

विषय: औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा औद्योगिक विकास पर इसका प्रभाव। 

मुख्य परीक्षा: मोटर वाहन क्षेत्र के लिए उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत जारी मानक संचालन प्रक्रियाओं का भारत के विनिर्माण क्षेत्र पर प्रभाव।   

प्रसंग:

  • भारी उद्योग मंत्रालय ने परीक्षण एजेंसियों को मोटर वाहन क्षेत्र के प्रोत्साहन के लिए उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी करने की घोषणा की। 

विवरण:

    • योजना के अंतर्गत आवेदक अब उन्नत मोटर वाहन प्रौद्योगिकी-एएटी उत्पादों (मूल उपकरण निर्माता-ओईएम और घटक दोनों) के परीक्षण और प्रमाणन के लिए अपने आवेदन जमा कर सकते हैं, जो उन्हें प्रोत्साहन से संबद्ध मोटर वाहन योजना के अंतर्गत प्रोत्साहन के लिए योग्यता प्राप्त करने में मदद करेगा।
    • इस कदम के साथ, भारी उद्योग मंत्रालय स्वयं को आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना के साथ आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, और ये मानक संचालन प्रक्रिया न केवल इस परिकल्पना को प्राप्त करने में मदद करेंगी बल्कि इससे विनिर्माण क्षेत्र में अपनी उपस्थिति मज़बूत करने में भी मदद मिलेगी।
    • मंत्रालय का लक्ष्य घरेलू विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देना और आयात पर निर्भरता कम करना है, जिससे भारतीयों के लिए अधिक रोजगार के अवसर पैदा हो सकें।
    • सरकार देश में कौशल विकास और उद्यमिता को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध है और यह पहल उस लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगी और देश के समग्र आर्थिक विकास में योगदान देगी।
    • इस योजना से महत्वपूर्ण निवेश आकर्षित करने और भारत को मोटर वाहन विनिर्माण के लिए एक वैश्विक केंद्र बनने में मदद मिलने की आशा है।
    • भारी उद्योग मंत्रालय (MHI) ने 23 सितंबर, 2021 को भारत में मोटर वाहन क्षेत्र और मोटर वाहन उपकरण उद्योग के लिए उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन (PLI) योजना (PLI-ऑटो योजना) को 25,938 करोड़ रुपये के बजटीय परिव्यय के साथ अधिसूचित किया था।
    • उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन -मोटर वाहन योजना उन्नत मोटर वाहन प्रौद्योगिकी (AAT) उत्पादों के घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहन देने और मोटर वाहन विनिर्माण मूल्य श्रृंखला में निवेश आकर्षित करने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन का प्रस्ताव करती है।
  • इस योजना के दो भाग हैं: 
  1. चैंपियन मूल उपकरण निर्माता, जो बिजली या हाइड्रोजन से चलने वाले वाहन बनाएंगे, और 
  2. कंपोनेंट चैंपियंस, जो उच्च-मूल्य और उच्च-तकनीकी घटक बनाएंगे।

उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन (PLI) योजना के उद्देश्य:

  • मोटर वाहन और मोटर वाहन उपकरण के लिए उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन (PLI) योजना का मुख्य उद्देश्य उन्नत मोटर वाहन प्रौद्योगिकी उत्पादों के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने और मोटर वाहन विनिर्माण मूल्य श्रंखला में निवेश आकर्षित करने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करना है।
  • इसके मुख्य उद्देश्यों में लागत संबंधी अक्षमताओं पर नियंत्रण प्राप्त करना, बड़े पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण करना और उन्नत मोटर वाहन प्रौद्योगिकी उत्पादों के क्षेत्रों में एक मजबूत आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण करना शामिल है।
  • इस योजना का उद्देश्य देश में रोजगार के अवसर पैदा करना भी है।
  • इसका उद्देश्य मोटर वाहन उद्योग की मूल्य श्रृंखला को उच्च-मूल्य-वर्धित उत्पादों में स्थानांतरित करने की सुविधा प्रदान करना है।
  • भारी उद्योग मंत्रालय ने 9 नवंबर, 2021 को 19 उन्नत मोटर वाहन प्रौद्योगिकी वाहनों और 103 उन्नत मोटर वाहन प्रौद्योगिकी घटकों की श्रेणियों को अधिसूचित किया, जिन्हें इस योजना के अंतर्गत कवर किया जाएगा।
  • ये घटक या तो उन्नत या नवीनतम-प्रौद्योगिकी मोटर वाहन घटक हैं, जिनके लिए आपूर्ति श्रृंखला भारत में मौजूद नहीं है, या दोनों के लिए है।
  • इस प्रकार, इस योजना के साथ, भारत वैश्विक उन्नत प्रौद्योगिकी और मोटर वाहन आपूर्ति श्रृंखलाओं में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने में सक्षम होगा।

घरेलू मूल्यवर्धन (DVA):

  • योजना के दिशानिर्देशों के अनुसार, आवेदकों को योजना के अंतर्गत प्रोत्साहन का दावा करने के लिए 50 प्रतिशत का घरेलू मूल्यवर्धन (DVA) प्राप्त करना होगा।
  • मोटर वाहन कंपनियों और घटक निर्माताओं को अपनी आपूर्ति श्रृंखला में घरेलू मूल्यवर्धन की गणना और परीक्षण एजेंसियों को इन विवरणों को प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है। यह मेक इन इंडिया अभियान को बढ़ावा देने और उन्नत मोटर वाहन उत्पादों के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है।

मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) बनाने के लिए समिति:

  • घरेलू मूल्यवर्धन (DVA) की गणना के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया बनाने हेतु भारतीय मोटर वाहन अनुसंधान संघ, पुणे के निदेशक की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था, जिसमें सभी परीक्षण एजेंसियाँ अर्थात, iCAT मानेसर; NATRAX, पुणे; GARC चेन्नई; और IFCI (PLI ऑटो योजना के लिए PMA) शामिल हैं।
  • इसके अनुसार, विभिन्न हितधारकों के बीच ज्ञान और विचारों के इस आदान-प्रदान के साथ, समिति ने हितधारकों से प्राप्त सभी सुझावों पर विचार-विमर्श करने के बाद मानक संचालन प्रक्रिया का मसौदा तैयार किया।
  • उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन योजना के लिए सभी 85 आवेदकों के साथ परामर्श किया गया। इनमें 18 मूल उपकरण निर्माता और 67 ऑटो घटक विनिर्माण कंपनियां शामिल हैं।
    • विस्तृत हितधारक परामर्श के 3 दौर के बाद, समिति मानक संचालन प्रक्रिया का एक मसौदा लेकर आई है।

प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:

1.भारत और यूनाइटेड किंगडम के संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास ‘अजेय वॉरियर–2023’ का सैलिसबरी मैदान, यूनाइटेड किंगडम में आयोजन:

  • भारत और यूनाइटेड किंगडम (इंग्लैंड) के बीच संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास “अजेय वॉरियर-23” के 7वें संस्करण का आयोजन 27 अप्रैल से 11 मई 2023 तक सैलिसबरी मैदान, यूनाइटेड किंगडम में किया जा रहा है।
  • ‘युद्धाभ्यास अजय वॉरियर’ भारत का यूनाइटेड किंगडम के साथ द्विवार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो कि यूनाइटेड किंगडम और भारत में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है। 
  • इस अभ्यास का पिछला संस्करण अक्टूबर 2021 में उत्तराखंड के चौबटिया में आयोजित किया गया था।
  • यूनाइटेड किंगडम से सेकेंड रॉयल गोरखा राइफल्स के सैनिक और भारतीय सेना की बिहार रेजिमेंट के सैनिक इस सैन्य अभ्यास में भाग ले रहे हैं।
  • भारतीय सेना की टुकड़ी भारतीय वायु सेना के C-17 विमान से 26 अप्रैल 2023 को स्वदेशी हथियारों और उपकरणों के साथ ब्रीज़ नॉर्टन पहुंची थी।
  • इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य सकारात्मक सैन्य संबंधों का निर्माण करना, एक-दूसरे की सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं को अपनाना और संयुक्त राष्ट्र के शासनादेश के तहत शहरी और अर्ध-शहरी माहौल में कंपनी-स्तरीय उप-पारंपरिक संचालनों को करते हुए एक साथ काम करने की क्षमता को बढ़ावा देना है।
    • इसके अलावा इसका उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन, भाईचारा, और मैत्रीपूर्ण संबंधों को विकसित करना भी है।
  • इस अभ्यास के दायरे में बटालियन स्तर पर कमांड पोस्ट अभ्यास (CPX) और कंपनी स्तर पर क्षेत्र प्रशिक्षण अभ्यास (FTX) करना शामिल है। 
  • इस युद्धाभ्यास के दौरान, प्रतिभागी विभिन्न सिम्युलेटेड स्थितियों में अपने परिचालन कौशल का परीक्षण करने वाले विभिन्न मिशनों में भाग लेंगे।
    • इसके अलावा वे अपने सामरिक अभ्यासों का प्रदर्शन करेंगे तथा एक-दूसरे के परिचालन अनुभव से जानकारी हासिल करेंगे।
  • युद्धाभ्यास “अजेय वॉरियर-23” भारतीय सेना और ब्रिटिश सेना के बीच रक्षा सहयोग में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक बढ़ावा देगा।

2.नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो ने अपना 37वां स्थापना दिवस मनाया:

  • नागर विमानन क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कार्यरत राष्ट्रीय नियामक नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने 27 अप्रैल को नई दिल्ली में अपना 37वां स्थापना दिवस मनाया।
  • नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो की स्थापना जनवरी 1978 में नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) में एक प्रकोष्ठ के रूप में की गई थी।
  • 10 सितंबर, 1976 को इंडियन एयरलाइंस की उड़ान के अपहरण के मद्देनजर गठित पांडे समिति की सिफारिश पर इस संगठन की स्थापना करने का प्रस्ताव किया गया था।
  • शुरुआत में नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो की भूमिका नागर विमानन सुरक्षा मामलों में समन्वय, निगरानी, ​​​​निरीक्षण और कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए निर्धारित की गई थी।
  • जून, 1985 में कनिष्क त्रासदी के बाद इसको नागर विमानन मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में 1 अप्रैल, 1987 को एक स्वतंत्र विभाग के रूप में पुनर्गठित किया गया था।
  • नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो का प्राथमिक कर्तव्य गैरकानूनी हस्तक्षेप वाले कार्यों के खिलाफ नागरिक उड्डयन प्रक्रिया के संचालन की पूरी सुरक्षा प्रदान करना है।
  • इस ब्यूरो पर भारत के लिए/भारत से संचालित होने वाली नागरिक उड़ानों के संबंध में सुरक्षा के उद्देश्य से मानक निर्धारित करने और नियमित निरीक्षण तथा सुरक्षा ऑडिट के माध्यम से उनका अनुपालन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है।

3.आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने ‘नगर सौन्दर्य प्रतियोगिता’ का शुभारंभ किया:

  • आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा 26 अप्रैल, 2023 को ‘नगर सौन्दर्य प्रतियोगिता (सिटी ब्यूटी कॉम्पिटिशन)’ का शुभारंभ किया गया है।
  • देश के शहरी स्थानीय निकाय ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से इस प्रतियोगिता में शामिल हो सकते हैं। 
  • इस प्रतियोगिता का उद्देश्य सुंदर, नवाचारी और समावेशी सार्वजनिक स्थलों का निर्माण करने के लिए देश के नगरों और वार्डों द्वारा किए गए परिवर्तनकारी प्रयासों को प्रोत्साहित करना और उन्हें मान्यता देना है।
  • इस प्रतियोगिता के तहत, शहरों के वार्डों और सार्वजनिक स्थलों का पाँच व्यापक स्तंभों अर्थात (i) पहुँच (ii) सुविधाएँ (iii) गतिविधियाँ (iv) सौंदर्य और (v) पारिस्थितिकी के तहत मूल्यांकन किया जाएगा।
  • यह प्रतियोगिता नगरों और शहरों में सबसे सुंदर वार्डों और सार्वजनिक स्थलों को सम्मानित करने में मदद करेगी।
  • हालांकि चयनित वार्डों को नगर और राज्य स्तरों पर सम्मानित किया जाएगा, जबकि चार श्रेणियों यानि वाटरफ्रंट्स, हरित स्थलों, पर्यटक/विरासत स्थलों और बाजार/व्यावसायिक स्थलों के तहत नगरों को पहले राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा और उसके बाद कुछ चयनित प्रविष्टियों के बारे में राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों के लिए भी विचार किया जाएगा।
  • एक नॉलेज पार्टनर के रूप में एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया (ASCII) इस प्रक्रिया में वार्डों/शहरी स्थानीय निकायों/राज्यों को रखरखाव सहायता प्रदान करेगा।
  • नगर सौन्दर्य प्रतियोगिता वार्डों और शहरों को सुंदर सार्वजनिक स्थलों का निर्माण करने की दिशा में उनके प्रयासों का प्रदर्शन करने के लिए एक विशिष्ट अवसर प्रदान करती है।
  • यह प्रतियोगिता विरासत और संस्कृति, सतत समुदायों और पारिस्थितिक संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ-साथ राज्यों और नगरों में मित्रवत् व्यवहार सीखने में प्रोत्साहन प्रदान करेगी।

4.भारत और ब्रिटेन (यूनाइटेड किंगडम) मिलकर भारत-यूके “सकल शून्य (नेट जीरो)’ नवाचार आभासी केंद्र (इनोवेशन वर्चुअल सेंटर) बनाएंगे:

भारत-यूके ‘सकल शून्य (नेट जीरो)’ नवाचार आभासी केंद्र (इनोवेशन वर्चुअल सेंटर) दोनों देशों के हितधारकों को एक साथ लाने के लिए एक ऐसा मंच प्रदान करेगा, जिसमें विनिर्माण प्रक्रिया और परिवहन प्रणालियों और नवीकरणीय एवं अक्षय ऊर्जा स्रोत के रूप में हरित हाइड्रोजन को कार्बन रहित बनाने (डीकार्बोनाइजेशन) सहित कुछ केन्द्रित क्षेत्रों में काम किया जाएगा।

5.Y20 प्री-समिट का उद्घाटन सत्र 27 अप्रैल को लेह स्थित सिन्धु संस्कृति केन्द्र में आयोजित किया गया:

  • G-20 अध्यक्षता की संरचना के तहत, भारत सरकार के युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय के युवा कार्य विभाग, युवा 20 (यूथ20) समूह की यूथ20 प्री-समिट 26 से 28 अप्रैल तक लेह में आयोजित की जा रही है ताकि युवाओं को एक बेहतर कल और कार्रवाई के लिए एक एजेंडा तैयार करने हेतु अवधारणाओं के बारे में परामर्श दिया जा सके। मौजूदा तीन-दिवसीय यूथ20 प्री-समिट में लेह, लद्दाख में G-20 देशों के 100 से अधिक युवा प्रतिनिधियों ने भाग लिया है।
  • यूथ20 विषयों पर आधारित बातचीत और विचार-विमर्श के लिए 5 समानांतर तकनीकी सत्र आयोजित किए गए:
  1. साझा भविष्य: लोकतंत्र और शासन में युवा
  2. काम का भविष्य: उद्योग 4.0, नवाचार और 21वीं सदी के कौशल।
  3. जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम में कमी: स्थिरता को जीवन का एक तरीका बनाना
  4. शांति निर्माण और सुलह: युद्ध रहित युग की शुरुआत
  5. स्वास्थ्य, कल्याण और खेल: युवाओं के लिए एजेंडा
  • यूथ20 के विषयों में से एक, ‘जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम में कमी: स्थिरता को जीवन का एक तरीका बनाना’ के आधार पर, यूथ20 प्री-समिट के पूर्ववर्ती कार्यक्रम में, केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा शैक्षिक परिसर में स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एक सस्टेनेबल केंपस चैलेंज का आयोजन किया गया था।

6.अटल पेंशन योजना (APY) के तहत नामांकन 5.20 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया है:

  • अटल पेंशन योजना के अंतर्गत 31 मार्च, 2023 तक कुल 5.20 करोड़ से अधिक नामांकन किए गए।
  • अटल पेंशन योजना के अंतर्गत अंशदाता को 60 वर्ष की आयु से उसके योगदान के आधार पर आजीवन न्यूनतम गारंटीशुदा पेंशन 1,000 रूपये से 5,000 प्रतिमाह तक मिलेगी। यह राशि अटल पेंशन योजना में शामिल होने की आयु के आधार पर भिन्‍न-भिन्‍न होगी।
  • अंशदाता की मृत्यु के पश्चात पति या पत्नी को समान पेंशन का भुगतान किया जाएगा।
  • अंशदाता पति/पत्नी दोनों की मृत्यु पर 60 वर्ष की आयु तक संचित पेंशन राशि नामांकित व्‍यक्ति को दी  जाएगी।

 

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लिंक किए गए लेख में 26 April 2023 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।

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