विश्व टेलीविजन दिवस हर साल 21 नवंबर को मनाया जाता है। अपने आविष्कार के बाद से ही टेलीविजन आम लोगों के जीवन में मनोरंजन का महत्वपूर्ण साधन रहा है। टेलीविजन के माध्यम से लोग कई सालो से शिक्षा, समाचार, राजनीति, मनोरंजन और गपशप का आनंद लेते आ रहे हैं। विश्व टेलीविजन दिवस मनाने का उद्देश्य दुनियाभर में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से परे टेलीविजन के महत्व पर जोर देना है। ‘विश्व टेलीविजन दिवस’, सिर्फ उपकरणों का उत्सव नहीं, बल्कि टेलीविजन के पीछे का दर्शन है।
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टेलीविजन अपने आविष्कार के बाद से मनोरंजन के मुख्य स्रोतों में से एक रहा है। टेलीविजन ने लोगों का मनोरंजन करने के साथ-साथ लोगों को शिक्षित करने और उन तक सूचनाएं पहुंचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस लेख में आप विश्व टेलीविजन दिवस के इतिहास, महत्व और इससे जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
जैसा कि आप जानते हैं कि यूपीएससी आम तौर पर सामान्य ज्ञान से जुड़े प्रश्नों से उम्मीदवारों को चौंकाता रहता; इसलिए आपको यह सलाह दी जाती है कि विश्व टेलीविजन दिवस के बारे में बुनियादी जानकारी प्राप्त करने के लिए तथ्यों को अच्छी तरह से जान लें।
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UPSC परीक्षा के लिए विश्व टेलीविजन दिवस से जुड़े तथ्य
विश्व टेलीविजन दिवस के बारे नीचे दिए गए तथ्यों को अच्छी तरह से पढ़ लें; इससे आपको अपनी IAS Hindi परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी मदद मिलेगी।
कब मनाया जाता है | 21 नवंबर |
टीवी का आविष्कार | 1924 में जॉन लोगी बेयर्ड द्वरा |
भारत में टीवी कब आया | 15 सितंबर 1959 को |
IAS प्रारंभिक परीक्षा में विश्व टेलीविजन दिवस से जुड़े प्रश्न करेंट अफेयर्स के सेक्शन में पूछे जा सकते हैं। करेंट अफेयर्स पर प्रश्नोत्तरी का अभ्यास करने के लिए साथ में दी गई लिंक पर जाएं।
यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दिवसों के बारे में जानकारी होना बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए अन्य महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय दिवसों के बारे में अधिक पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें।
विश्व टेलीविजन दिवस के बारे में तथ्य
- अपने आविष्कार के बाद से टेलीविजन लोगों के मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण साधन रहा है। भारत में पहली बार 15 सितंबर 1959 को टेलीविजन लॉन्च किया गया था। उस समय टेलीविजन ने देश को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस दौर में टेलीविजन पर ‘हम लोग’, ‘बुनियाद’, ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ जैसे लोकप्रिय शो आते थे, जिन्हें देखने के लिए टीवी स्क्रीन के सामने लोगों की भीड़ इकट्ठा हो जाया करती थी।
- इसलिए, एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से परे लोगों की राय को ढालने की शक्ति रखने वाले शिक्षा के स्रोत के रूप में टेलीविजन के महत्व को उजागर करने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व टेलीविजन दिवस की स्थापना की गई थी।
- विश्व टेलीविजन दिवस हर साल किसी विशेष थीम के साथ नहीं मनाया जाता है। इसमे विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाती है और उनका समाधान किया जाता है। पिछले कुछ सालो में, विशिष्ट वैश्विक मंच के रूप में टेलीविजन का उपयोग करना, सांस्कृतिक सह-अस्तित्व और भाईचारे के साधनों को प्रोत्साहित करना, विविध संस्कृतियों के लोगों के बीच की खाई को पाटना और एक राष्ट्र की भलाई के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और भौगोलिक कार्य में टेलीविजन की भूमिका आदि विषय चर्चा का हिस्सा रहे हैं।
विश्व टेलीविजन दिवस की पृष्ठभूमि
संयुक्त राष्ट्र द्वारा दिसंबर 1996 में 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी। साल 1996 में आयोजित की गई पहली विश्व टेलीविजन फोरम की याद मे हर साल 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस मनाया जाता है।
बाद में संयुक्त राष्ट्र ने लोगों के निर्णय की क्षमता पर ऑडियो-विजुअल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और अन्य प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने में इसकी संभावित भूमिका को पहचानने के लिए एक प्रस्ताव अपनाया।
इसलिए, टेलीविजन को सूचना, प्रणाली और जनमत को प्रभावित करने के लिए एक प्रमुख उपकरण के रूप में स्वीकार किया गया। टेलीविजन वर्तमान में संचार और वैश्वीकरण का प्रतिनिधित्व भी करता है।
अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की रिपोर्ट के बारे में लिंक किए गए लेख में पढ़ें।
विश्व टेलीविजन दिवस का महत्व
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के इस विचार को लोकप्रिय बनाया कि टेलीविजन समकालीन दुनिया में वैश्वीकरण और संचार के प्रतीक का प्रतिनिधित्व करता है।
टेलीविजन ने लोगों का मनोरंजन करने के साथ-साथ परिवार को एक सूत्र में बांधे रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। टेलीविजन से परिवार के लोग एक दूसरे के करीब आ गए।
टेलीविजन सूचना और शिक्षा का प्रमुख स्रोत है, यह लोगों की निर्णय लेने की क्षमता को भी प्रभावित करता है। क्योंकि यह लोगों का ध्यान दुनिया में हो रहे संघर्षों की ओर खींचता है।
‘विश्व टेलीविजन दिवस’, समाज को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों और घटनाओं के बारे में निष्पक्ष जानकारी प्रदान करने में टेलीविजन मीडिया के विकास का समर्थन करने के लिए सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों की भूमिका की सराहना करने के लिए भी मनाया जाता है।
टेलीविजन और उसका आविष्कार
- टेलीविजन को एक प्रसारण माध्यम के रूप में परिभाषित किया जाता है। इसमें छवियों या चित्रों को विद्युत संकेतों में परिवर्तित किया जाता है, इसके बाद उन्हें एक चुनिंदा माध्यम पर प्रसारित किया जाता है और फिर चित्र एक उपयुक्त बाहरी स्क्रीन पर प्रदर्शित होते हैं।
- टेलीविजन का आविष्कार स्कॉटिश इंजीनियर जॉन लोगी बेयर्ड ने 1924 में किया था।
- भारत में संयुक्त राष्ट्र के शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के सहयोग से पहली बार साल 1959 में नई दिल्ली में टेलीविजन पेश किया गया था।
- साल 1991 में हुए आर्थिक सुधारों तक सरकार के स्वामित्व वाला दूरदर्शन एकमात्र राष्ट्रीय चैनल बना रहा। 1991 के बाद निजी और विदेशी प्रसारकों को सीमित संचालन में संलग्न होने की अनुमति दी गई।
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