Download the BYJU'S Exam Prep App for free IAS preparation videos & tests - Download the BYJU'S Exam Prep App for free IAS preparation videos & tests -

नैरोबी फ्लाई या केन्याई मक्खियां

नैरोबी फ्लाई को केन्याई मक्खियां (Kenyan Flies) या ड्रैगन बग भी कहा जाता है। ये जहरीली मक्खियां छोटे, बीटल जैसे कीड़े होते हैं, जिनका शरीर बहुत लंबा होता है। ये कीडे नारंगी और काले रंग के होते हैं। नैरोबी फ्लाई अधिकतर हल्के और नमी वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं। उच्च वर्षा वाले भी इन्हें आकर्षित करते हैं।  

मुख्यरूप से पूर्वी अफ्रीका की मूल निवासी नैरोबी मक्खियां भारत के कई क्षैत्रों में तीव्र गति से बढ़ रही हैं। ये मक्खियां अब पर्याप्त खाद्य आपूर्ति की तलाश और प्रजनन के लिए मैदानों में नए क्षेत्रों में अपना बरेसा बनाने लगी हैं।

नैरोबी मक्खियां/ केन्याई मक्खियां या ड्रैगन बग दो प्रजातियों के छोटे भृंग जैसे कीड़े होते हैं-

  • पेडरस एक्जिमियस (Paederus Eximius)
  • पेडरस सबियस (Paederus Sabaeus)

ये नारंगी और काले रंग के कीडे होते हैं जो पूर्वी बंगाल, सिक्किम और भूटान जैसे अधिक वर्षा वाले स्थानों पर पनपते और फलते-फूलते हैं। अन्य दूसरे कीड़ों की तरह ये भी तेज रोशनी की ओर आकर्षित होते हैं। इन कीड़ों के काटने से जलन और फफोले के साथ पेडरस जिल्द की सूजन भी हो सकती है।

नोट – यह करेंट अफेयर्स से जुड़ा एक महत्वपूर्ण विषय है, जो कि जीएस पेपर 3- (विज्ञान और प्रौद्योगिकी) के अंतर्गत आता है।

यूपीएससी परीक्षा में स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, और वायरस से संबंधित सरकारी संगठन और समाज पर उनके परिणामों जैसे विषयों से प्रश्न पूछे जाने की संभावना बहुत अधिक है। इसलिए यूपीएससी और अन्य सरकारी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को इन विषयों से जुड़े बुनियादी तथ्यों को ठीक से समझ लेना चाहिए।

IAS परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले UPSC Prelims Syllabus in Hindi को गहराई से समझ लें और उसके अनुसार अपनी तैयारी की योजना बनाएं।

नैरोबी फ्लाई चर्चा में क्यों है ?

नैरोबी फ्लाई (Nairobi Flies) ने हाल ही में उत्तरी बंगाल के कुछ जिलों व सिक्किम और भूटान के कुछ हिस्सों में लोगों को प्रभावित किया है। नैरोबी मक्खियोंके संपर्क में आने के बाद सिक्किम के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के 100 से अधिक छात्रों को गंभीर त्वचा संक्रमण हो गया था। ये संक्रमण इतना अधिक हो गया था कि एक छात्र की सर्जरी करानी पड़ी।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, नैरोबी मक्खियां, पूर्वी अफ्रीका की मूल निवासी है और मझीतर में सिक्किम मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान (SMIT) के परिसर में तेजी से इनकी संख्या बढ़ रही है।

उत्तर बंगाल और सिक्किम के बाद अब ये जहरीली मक्खियां बिहार में भी प्रवेश कर चुकी हैं। बिहार के किशनगंज जिले के कई क्षेत्रों में भी नैरोबी फ्लाई से होने वाले संक्रमण की घटनाएं सामने आई है। 

नैरोबी फ्लाई इंसानो को कैसे प्रभावित करती है

आम तौर पर ये मक्खियां (नैरोबी फ्लाई) फसलों को नष्ट करने वाले कीटों को खा जाती है और इंसानो के लिए फायदेमंद होती हैं। हालांकि जब ये मक्खियां इंसानो के सीधे संपर्क में आते हैं तो नुकसान पहुंचा सकती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, ये कीड़े काटते नहीं हैं, लेकिन त्वचा पर बैठने के दौरान अगर ये परेशान होने लगते हैं तो एक मजबूत अम्लीय पदार्थ पेडेरिन त्वचा पर छोड़ देते हैं जिससे जलन पैदा हो सकती है।

पेडेरिन नाम के इस रसायन के संपर्क में आने पर त्वचा में जलन पैदा हो सकती है। वहीं, इससे से त्वचा पर घाव या निशान भी बन सकता है। इस घाव को ठीक होने में एक से दो सप्ताह का समय लग सकता है।  लेकिन अगर व्यक्ति घाव वाली त्वचा को खरोंच लेता है तो उससे दोबारा संक्रमण का खतरा भी हो सकता है। हालांकि, घाव या संक्रामण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से नहीं फैलता है।

नैरोबी मक्खियों से बचने के उपाय

नैरोबी मक्खियों से खुद को बचाने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। अगर यह मक्खी किसी व्यक्ति पर बैठती है, तो उसे बिना परेशान किए धीरे से उड़ा दें, परेशान करने पर वो पेडरिन रसायन छोड़ सकती है। शरीर में जिस जगह पर नैरोबी मक्खी बैठी हो उस को साबुन और पानी से अच्छी तरह धो लें। अगर नैरोबी मक्खी ने शरीर के किसी भाग पर टॉक्सिक छोड़ दिया है तो बिना हाथ धोए शरीर के अन्य अंगों को न छुएं।

ऐतिहासिक प्रकोप

साल 1998 में हुई भारी बारिश के कारण केन्या और पूर्वी अफ्रीका के कई हिस्सों में नैरोबी मक्खियों का भीषण प्रकोप देखा गया था। अतीत में अफ्रीका से बाहर भारत, जापान और पराग्वे जैसे देशों में इसका प्रकोप देखा गया है।

नोट: आप BYJU’S के साथ जुड़कर खुद को नवीनतम UPSC Current Affairs in Hindi के साथ अपडेट रख सकते हैं, यहां हम प्रमुख जानकारियों को आसान तरीकों से समझाते हैं।

अन्य संबंधित लिंक्स :

Animal Husbandry Veterinary Science Books in Hindi Animal Husbandry Veterinary Science Syllabus in Hindi
Anthropology Books For UPSC in Hindi Anthropology Syllabus For UPSC in Hindi
Best Magazine For UPSC in Hindi Best Newspaper For UPSC in Hindi
Economic Freedom Index in Hindi Economics Books For UPSC in Hindi

 

Comments

Leave a Comment

Your Mobile number and Email id will not be published.

*

*