परख एक राष्ट्रीय मूल्यांकन नियामक है, जिसका अर्थ है “प्रदर्शन मूल्यांकन, समीक्षा एवं समग्र विकास के लिये ज्ञान का विश्लेषण” (PARAKH- Performance Assessment, Review, and Analysis of Knowledge for Holistic Development)।
परख को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP)- 2020 के कार्यान्वयन के एक भाग के रूप में लागू किया गया है । यह NCERT के एक हिस्से के रूप में कार्य करेगा । इसे “नेशनल अचीवमेंट सर्वे” (NAS) और “स्टेट अचीवमेंट सर्वे” (SAS) जैसे परिक्षण आयोजित करने का भी काम सौंपा जाएगा । यह तीन प्रमुख मूल्यांकन क्षेत्रों पर कार्य करेगा: व्यापक मूल्यांकन, स्कूल- आधारित मूल्यांकन तथा परीक्षा सुधार । यह देश की शैक्षिक प्रणाली में सुधार के लिए मानक स्थापित करने और मानदंडों को निर्धारित करने के लिए एक राष्ट्रीय मूल्यांकन केंद्र के रूप में स्थापित किया गया है । परख, नीति निर्माण, मूल्यांकन मानदंड और मूल्यांकन कौशल की प्रक्रिया निर्धारित करने पर केंद्रित है । सीखने के परिणामों की निगरानी के साथ-साथ राज्य मूल्यांकन सर्वेक्षण (एसएएस) और राष्ट्रीय मूल्यांकन सर्वेक्षण (एनएएस) का मार्गदर्शन करना पारख का एक अन्य उद्देश्य है । इसके अन्य लक्ष्य हैं : आलोचनात्मक और रचनात्मक सोच को बढ़ावा देना, उद्योग से संबंधित शिक्षा प्रदान करना, समग्र शिक्षा प्रणाली में सुधार इत्यादि ।
नई शिक्षा नीति, 2020 में स्कूली शिक्षा के लिए नई 5+3+3+4 संरचना का प्रस्ताव किया गया है । यह सकल घरेलू उत्पाद के 6% तक शिक्षा के लिए सार्वजनिक खर्च में वृद्धि की भी सिफारिश करता है ।
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