वन प्लैनेट समिट (One Planet Summit) या एक ग्रह शिखर सम्मेलन, एक वैश्विक कार्यक्रम है जो विश्व पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा के लिए जिम्मेदारियों को एकजुट करने और मानव कल्याण से जोड़ने के लिए जैव विविधता पर केंद्रित है। इस समिट का उद्देश्य विश्वव्यापी पारिस्थितिक परिवर्तन को बढ़ावा देना है। इस शिखर सम्मेलन का आयोजन विश्व बैंक, संयुक्त राष्ट्र संघ और फ्रांस सरकार द्वारा किया जाता है। वन प्लैनेट समिट का प्राथमिक उद्देश्य विश्वव्यापी पारिस्थितिक परिवर्तन को सुविधाजनक बनाना है।
वन प्लैनेट समिट 2022 की थीम ‘प्रकृति के लिए एक साथ काम करें’ थी और शिखर सम्मेलन अर्थव्यवस्था और नवाचार के साथ पर्यावरण और जलवायु सुरक्षा का अनुमान लगाएगा। वन प्लैनेट समिट की गहन समझ के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें। इससे आपको आईएएस परीक्षा 2023 के साथ-साथ अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद मिलेगी।
नोट: उम्मीदवार यूपीएससी 2023 परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले नवीनतम UPSC Prelims Syllabus in Hindi का ठीक से अध्ययन कर लें। इसके बाद ही अपनी आईएएस परीक्षा की तैयारी की रणनीति बनाएं।
एक ग्रह शिखर सम्मेलन का इतिहास
ऐतिहासिक पेरिस कन्वेंशन के दो साल बाद 2017 में पहला वन प्लैनेट समिट आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन से जुड़े कुछ जरुरी तथ्यों को नीचे दिया जा रहा है –
एक ग्रह शिखर सम्मेलन से जुड़े तथ्य –
एक ग्रह शिखर वार्ता (On Planet Summit for Biodiversity) का आयोजन जैवविविधता की रक्षा के उद्देश्य से किया जाता है। इसका आयोजन, विश्व बैंक के सहयोग से फ्रांस सरकार और संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा किया जाता है। एक ग्रह शिखर वार्ता का उद्देश्य प्रकृति की सुरक्षा को बढ़ावा देना है। इस सम्मेलन के द्वारा पृथ्वी व उसके संसाधनों का दोहन किए जाने के दुष्परिणामों के प्रति आगाह दुनिया को आगाह किया जाता है। विश्व आर्थिक मंच की रिपोर्ट के मुताबिक प्रकृति और उससे जुड़े क्षेत्रों के माध्यम से साल 2030 तक पूरी दुनिया में 19 करोड़ रोजगार सृजित किए जा सकते हैं। साल 2030 तक दुनिया की जैवविविधता से जुड़े लक्ष्य पाने के लिए करीब 711 अरब डॉलर की जरुरत पडेगी। 2021 की वन प्लेनेट समिट में सहेल और सहारा के मरुस्थलीकरण की समस्या को खत्म करने और जैवविविधता की रक्षा के लिए अगले 10 वर्षों के लिए ‘ग्रेट ग्रीन वॉल’ नामक पहल की शुरुआत की गई थी। इसके लिए करीब 14 अरब डॉलर जुटाने के संकल्प की घोषणा की गई थी। |
नोट: आप खुद को नवीनतम UPSC Current Affairs in Hindi से अपडेट रखने के लिए BYJU’S के साथ जुडें, यहां हम प्रमुख जानकारियों को आसान तरीके से समझाते हैं।
जलवायु परिवर्तन से जुड़ी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताएं
पेरिस समझौते के दो साल बाद पहली बार एक ग्रह शिखर सम्मेलन का आयोजन साल 2017 में किया गया था। इसके बाद इन अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को अपनाया गया था –
|
एक ग्रह शिखर सम्मेलन 2022
एक ग्रह शिखर सम्मेलन 2022 का उद्देश्य स्वच्छ परिवहन, नवीकरणीय ऊर्जा, भवन, कृषि और टिकाऊ शहरों सहित जलवायु परिवर्तन से निपटने वाली योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए अनुदान जुटाना है। इसका आयोजन अपरिहार्य परिवर्तनों के लिए अपने जीवन के तरीकों के अनुकूलन के वित्तपोषण के नए मानकों को उजागर करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, वन प्लेनेट शिखर सम्मेलन का आयोजन ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में तेजी से कमी लाने के प्रयास तेज करने पर जोर देने के लिए किया जाता है। साथ ही यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जाती है कि वित्त क्षेत्र के लिए जलवायु समस्याएं सर्वोपरि हैं।
नोट: UPSC 2023 परीक्षा नजदीक आ रही है, इसलिए आप अपनी तैयारी को बढ़ाने के लिए BYJU’S के The Hindu Newspaper के दैनिक वीडियो विश्लेषण का उपयोग करें।
एक ग्रह शिखर सम्मेलन 2022
एक ग्रह शिखर सम्मेलन 2022 में एक दिवसीय बैठक के दौरान, दुनिया भर की लगभग 20 हरित परियोजनाओं को गोलमेज सम्मेलनों में प्रदर्शित किया गया। इस शिखर सम्मेलन में कहा गया है कि ये उपक्रम “इस बिंदु को समझाते हैं कि हमारे सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए पर्याप्त स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय समाधान मौजूद हैं” जिसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए और उन प्रयासों को दोहराया जाना चाहिए। इसके अलावा, इन परियोजनाओं में क्लाइमेट रियलिटी लीडरशिप कॉर्प्स (Climate Reality Leadership Corps) शामिल है, जो कार्यकर्ताओं का एक अंतरराष्ट्रीय समूह है जो पर्यावरणीय समस्या के बारे में जागरूकता फैलाने और समाधान के लिए काम करने के लिए समर्पित है। यह समूह एलडीएन फंड को कवर करता है, साथ ही यह एक निवेश पूल की तरह काम करता है जो एक साथ पर्यावरण और विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए निजी धन जुटाने के लिए सार्वजनिक धन का उपयोग करता है। |
एक ग्रह शिखर सम्मेलन 2022 की मुख्य बातें
अगले दस वर्षों में प्रजातियों के विलुप्त होने को रोकने और जलवायु परिवर्तन की समस्याओं को दूर करने के लिए लगभग 50 देशों ने समुद्र और भूमि सहित 30% ग्रह को बचाने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की है। हालांकि इस सम्मेलन में रूस, अमेरिका, भारत और ब्राजील के प्रतिनिधी शामिल नहीं हुए थे।
जैव विविधता पर 2019 के संयुक्त राष्ट्र के बयान के अनुसार, मानव क्रिया कलाप, मानव इतिहास में किसी भी अन्य समय की तुलना में अब प्रकृति को अधिक खतरे में डाल रह हैं। इस समय, जानवरों और पौधों की करीब 1 मिलियन से अधिक प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा है।
2030 तक पृथ्वी के कम से कम 30% हिस्से की रक्षा करने का लक्ष्य रखने के लिए फ्रांस, कोस्टा रिका और ब्रिटेन द्वारा 2019 में स्थापित प्रकृति और लोगों के लिए उच्च महत्वाकांक्षा गठबंधन में 50 राष्ट्र शामिल हो गए हैं।
एक ग्रह शिखर सम्मेलन ने जूनोटिक बीमारियों (zoonotic illnesses) और महामारी के उद्भव को नियंत्रित करने के लिए एक वैश्विक पहल PREZODE के रूप में जाना जाने वाला एक कार्यक्रम भी स्थापित किया, जो पहले से ही दुनिया भर में 400 से अधिक जांचकर्ताओं और पेशेवरों को अपने साथ जोड़ चुका है।
वन प्लैनेट समिट ने अफ्रीका की ग्रेट ग्रीन वॉल परियोजना के लिए निवेश पर भी ध्यान केंद्रित किया। इस परियोजना द्वारा सहारा रेगिस्तान को आगे दक्षिण में फैलने से रोकने के लिए बड़े प्रयास किए जाएंगे।
ग्रेट ग्रीन वॉल (Great Green Wall) प्रोजेक्ट क्या है?
ग्रेट ग्रीन वॉल (Great Green Wall) प्रोजेक्ट की शुरुआत अफ्रीकी संघ ने साल 2007 में की थी। इसमें उन 11 देश और अंतर्राष्ट्रीय पार्टनरों को शामिल किया गया था, जिनकी सीमा, सहारा मरूस्थल की दक्षिण सीमा से लगी हैं। इसके द्वारा अफ्रीकी महाद्वीप के पश्चिम से पूर्व की और लगे 8000 किलोमीटर लंबे और 15 किलोमीटर चौड़े क्षेत्र में पेड़-पौधों के साथ-साथ वनस्पति और घास उगाए जाने का लक्ष्य है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने वन प्लैनेट सम्मिट (One Planet Summit) में ग्रेट ग्रीन वॉल (Great Green Wall) प्रोजेक्ट के लिए लगभग 14 बिलियन डॉलर देने की घोषणा की थी। इन पैसो से निम्नीकृत भूमि को बेहतर बनाने, जैव विविधता को बचाने और हरित रोजगार सृजित करने के उपाय किए जाएंगे। साथ ही इससे साहेल के लोगों के जीवनस्तर में सुधार लाने के प्रयास किए जाएंगे। वित्त की कमी के कारण यह प्रोजेक्ट लंबे समय से रुका हुआ था। अफ्रीकी संघ द्वारा अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में अब फिर से इसकी शुरुआत की गई है। इसके द्वारा अफ्रीका महाद्वीप में मरुस्थलीकरण, भू-निम्निकरण और जलवायु परिवर्तन, अकाल, पलायन जैसी समस्या से निजात दिलाने का प्रयास किया जाएगा। ग्रेट ग्रीन वॉल (GGW) प्रोजेक्ट का उद्देश्य ग्रेट ग्रीन वॉल (GGW) प्रोजेक्ट द्वारा 2030 तक 100 मिलियन हेक्टेयर निम्नीकृत भूमि पर पेड़-पौधों का रोपण कर उनकी संख्या बढ़ाई जाएगी साथ ही इससे 10 मिलियन हरित रोजगार पैदा किए जाएंगे। इससे यहां रहने वाले लोगों को काफी फायदा होगा। इस प्रोजेक्ट से जुड़ी जरुरी बातें नीचे दी जा रही है – ग्रेट ग्रीन वॉल (GGW) प्रोजेक्ट द्वारा मानवता की सबसे कीमती प्राकृतिक संपदा, ‘भूमि’ को उपजाऊ बनाया जाएगा। इससे दुनिया की सबसे कम उम्र की आबादी के रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसके द्वारा हर दिन भूखे रहने वाले लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा प्रदान किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रोजेक्ट के द्वारा उन स्थानों के जलवायु में परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जहां तापमान अन्य जगहों की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है। इससे पूरे अफ्रीका में करीब 8000 किमी की जगह को नए रुप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है। |
यूपीएससी 2023 परीक्षा नजदीक आ रही है। इसलिए आईएएस परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को प्रीलिम्स के नजरिए से महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स के विषयों पर ध्यान देना शुरू करना चाहिए। वन प्लेनेट समिट और ग्रेट ग्रीन वॉल के बारें में ऊपर की गई चर्चा का उम्मीदवारों को अच्छी तरह अध्ययन कर, इससे जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को ठीक से समझ लेना चाहिए।
आईएएस परीक्षा 2023 के साथ-साथ अन्य सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित अपडेट और अध्ययन सामग्री के साथ परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण टिप्स प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार BYJU’S को फॉलों करें।
एक ग्रह शिखर सम्मेलन के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
वन प्लैनेट समिट 2022 की थीम क्या है?
वन प्लैनेट समिट 2022 की थीम है, ‘लेट्स एक्ट टुगेदर फॉर नेचर’। यह करेंट अफेयर्स विषय में पूछे जाने वाला सबसे आम प्रश्न है जो करंट अफेयर्स क्विज में पूछा जा सकता है।
वन प्लैनेट समिट क्या है?
वन प्लैनेट समिट एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है, जो जैव विविधता पर केंद्रित है। इसके द्वारा विश्व के पारिस्थितिक तंत्र की रक्षा के लिए दायित्वों को निर्धारित करना और उन्हें मानव कल्याण से जोड़ना है।
पहली वन प्लैनेट समिट कब आयोजित की गई थी?
पहली वन प्लैनेट समिट साल 2017 में आयोजित की गई थी।
यूपीएससी परीक्षा 2023 और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित नवीनतम अध्ययन सामग्री के लिए नीचे लिंक किए गए लेखों पर जाए।
अन्य संबंधित लिंक्स :
Comments